kanchan1990 – Dealsclick https://dealsclick.in Fri, 14 Apr 2023 07:18:34 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.4.3 https://dealsclick.in/wp-content/uploads/2023/04/apple-touch-icon-96x96.png kanchan1990 – Dealsclick https://dealsclick.in 32 32 Top 5 Micro Niche Blogging Ideas – 2023 में Profitable Blog Niche कैसे चुनें? https://dealsclick.in/micro-niche-blogging-ideas/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=micro-niche-blogging-ideas https://dealsclick.in/micro-niche-blogging-ideas/#respond Sun, 09 Apr 2023 16:33:23 +0000 https://dealsclick.in/?p=1735 Read more]]> Hello दोस्तों मेरे ब्लॉग में स्वागत हैं आपका, आज में आपके साथ कुछ ऐसे Micro niche blogging ideas शेयर करने जा रहा हूं, आजके समय में भी कंपटीशन कम है तथा ट्रैफिक भी अच्छा खासा है.

अगर आप 2023 में ब्लॉग्गिंग से पैसे कामना चाहते हो और blogging niche ideas 2023 ढूंढ रहे हो तो ये लेख आपके लिए है.

बहुत से ऐसे Beginners है जो 2023 में ब्लॉग स्टार्ट करना चाहते है, लकिन उनको एक ही दिक्कत का सामना करना पड़ता है, Profitable Hindi Blog Niche कौनसे है, कौनसे Niche पर ब्लॉग बनाये?

आज में आपके साथ ऐसे 5 Profitable best blogging niche ideas शेयर करूँगा, अगर आप इन Niches में Regularly काम करेंगे तो आपका ब्लॉग भी गूगल में Rank करेगा और ब्लॉग में Traffic भी भर भर के मिलेगा. सम्पूर्ण जानकारी पाने के लिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें.

Micro niche blogging ideas
Micro niche blogging ideas

मेरे बताए गए इन Micro niche blogging ideas में से जिसमे आपका इंटरेस्ट तथा नॉलेज है, उस नीचे के ऊपर ब्लॉग बना सकते है और रेगुलरली महनत करके ब्लॉगिंग से एक अच्छा पैसे कमा सकते है.

दोस्तो में जो भी Micro Niches बताएंगे वो Futuristic Niches है और २०२३ में आप इन टॉपिक के ऊपर काम करना सुरु करेंगे तो आने वाले समय में इन Niches बहुत ही पापुलर होने वाले है.

क्योंकि दोस्तों आज से 8-10 साल पहले जिन्होंने ब्लॉगिंग शुरू किया था वह आज बहुत ही सक्सेसफुल ब्लॉगर है और बहुत सारे पैसे कमाया भी है.

लेकिन आज के समय ब्लॉगिंग में कंपटीशन बहुत है, ब्लॉगिंग में सक्सेसफुल होने के लिए आपको फ्यूचरास्टिक सोच लेकर ब्लॉग सुरु करने होंगे, तभी आप एक कामियाब ब्लॉगर बन सकते है और ब्लॉगिंग से एक अच्छे पैसे कमा सकते हैं.

 

Blog Niche क्या है – What is Niche in blogging in Hindi

ब्लॉग का मतलब है आर्टिकल और Niche का अर्थ होता है टॉपिक या बिषय, अगर सरल शब्दों में blog niche kya hai कहने से, किसी एक बिषय के ऊपर बिस्तरित लेखन को Blog Niche कहते है.

उदहारण के तोर पर जैसे किसी ब्लॉग में Digital Marketing सम्बंदित लेख है तो उस ब्लॉग को Tech niche कहा जायेगा, वसई अलग अलग बिषय के ऊपर अलग Blog Niche हो सकते है.

 

Micro Niche क्या है – What is Micro Niche blog in Hindi

micro niche blogging ideas
micro niche blogging ideas

Micro का अर्थ है सूक्ष्म अर्थात छोटा और Niche का मतलब होता है बिषय या टॉपिक, कोई टॉपिक के एक सूक्ष्म बिषय के ऊपर लेखन को Micro Niche blog कहलाता है. उदाहरण के तोर पर Sports एक Niche है, और क्रिकेट एक Micro Niche है, जो Sports Niche के अंतर्गत आता हैं.

 

Blog के लिये Niche Selection कैसे करें

जब लोग ब्लॉग स्टार्ट करते है तब उनके मन मे ज्यादा तर Niche Selection को लेके बहुत Confusion रहता है, ब्लॉग कौनसे Niche में सुरु करे. ज्यादा तर देखा गया है, लोग गलत Niche Selection करने के लिए ब्लॉग्गिंग में Failure होते है.

कैसे Niche Selection करे, जिससे ब्लॉग हमेशा Profitable रहे और ब्लॉग्गिंग से Unlimited Earning कर पाए. ब्लॉग Niche selection करने से पहले निचे दिए गये इन बातो का जरूर ध्यान रखे.

Know your Interest and Expertise

दोस्तों ब्लॉगिंग में बहुत सारे Niches है, हेल्थ,टेक्नोलॉजी,एजुकेशन,स्पोर्ट्स,डिजिटल मार्केटिंग जैसे अनगिनत Niches हैं, लेकिन हर टॉपिक में तो आपका इंटरेस्ट तथा नॉलेज नहीं होगी.

मानलीजिये आप डिजिटल मार्केटिंग के वारे में उतना नहीं जानते है और आपका इंटरेस्ट भी उतना नहीं है, पर किसी ने आपको कहा डिजिटल मार्केटिंग Niche में earning ज्यादा हैं और अपने उसकी बात सुनकर ब्लॉग सुरु कर दिया.

१०-१५ आर्टिकल भी लिख लिया या फिर किसी से लिखबा लिया, इसके बाद किया होगा १०-१५ आर्टिकल से आप ब्लॉगिंग में सक्सेसफुल नहीं हो सकते.आपको आर्टिकल लिखने में मजा नहीं आयेगा और आप Demotivate हो कर ब्लॉग लिखना छोड़ देंगे। यही ही ज्यादा तर Failure ब्लॉगर की कहानी.

दोस्तो आपको ये नही करना है, आप आपके Interest and Expertise के हिसाब से ब्लॉग Niche select करे, जिस Niche में आपका Interest and Expertise हैं, इस नीचे को पकड़े.

लोग आप के ब्लॉग को क्यों पढ़ेंगे? कुछ जानने या शिकने के लिये, आपका Interest and Expertise जिस टॉपिक में रहेगा उस टॉपिक को आप सरल और अच्छे तरह से समझा पाएंगे.

 

Choose Profitable Niche – Niche Research करें

दोस्तों Interest and Expertise के साथ साथ आपको ये भी देखना है, आप जिस ब्लॉगिंग Niche को select करे उस blogging topics पर लोग गूगल सर्च करते भी या नही?

अगर अपने ऐसे Niche पकड़ लिया जिसको लोग गूगल में सर्च भी नही करते हैं, तो आपका ब्लॉग तो बन जायेगा लेकिन जब लोग उस आर्टिकल को पढ़ेंगे भी नही तो अर्निंग भी नही होगा और आप demotivate हो जायेंगे.

इसलिए ब्लॉग Niche select करने से पहले उस टॉपिक पर कीवर्ड रिसर्च जरूर करें.

 

Choose Monetize Options

देखिए दोस्तो आप अपने ब्लॉग को Mainly दो तरीकों से मोनेटाइज कर सकते हैं, वैसे ब्लॉग से अर्निंग करने का बहुत सारे उपाय है लेकिन ज्यादा तर दो तरीकों ही पॉपुलर और सरल उपाय माना जाता है ब्लॉग से अर्निंग करने का, पहला है AdSense और दूसरा है Affiliate Marketing.

आपको पहले ये जरूर चयन करना है आप कैसे ब्लॉग को मोनेटाईज करेंगे? अगर आप एडसेंस से पैसे कमाना चाहते हैं तो आप उस हिसाब से कीवर्ड रिसर्च करें.

और अगर एफिलिएट ब्लॉग बनाना चाहते हो तो आप जिस प्रोडक्ट तथा सर्विसेज के ऊपर ब्लॉग बनाएंगे उस प्रोडक्ट तथा सर्विसेज Related कीवर्ड को रिसर्च जरूर करें.

बिना समय गंवाए चलिए जानते है Micro niche blogging ideas क्या क्या है.

 

Best Micro Niches for Blogging 2023

Artificial Intelligence Blog (AI)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का स्कोप फ्यूचर में बहुत ज्यादा बढ़ने वाला है, अभी से ही AI का इस्तेमाल शुरु हो चुका है, जैसे आपने Chat GPT के बारे में जरूर सुने होंगे, वैसे ही आने वाले समय में एआई का इस्तेमाल लग भग सभी शेत्र में जबरदस्त होने वाला है.

और दोस्तों आप भी जानते हो गूगल फ्रेश कांटेक्ट को ज्यादा पसंद करता है और Rank भी जल्द से जल्द करता है AI भी अभी फ्रेश कांटेक्ट है, AI Niche में अभी भी उतना Competition नहीं है.

 

Web Series Content Blog

Web Series Content Blog इस टॉपिक पर ब्लॉग बनाने के लिए आपको कांटेक्ट ढूंढना नहीं पड़ेगा, क्योंकि इस Niche में कांटेक्ट आईडिया भर पूर है, Web Series रेगुलरली आते रहता है.

Web Series अभी ट्रेनिंग में है और फ्यूचर में इसका स्कोप और बढ़ने वाला है, लोक डाउन के बाद से ही लोग घर बैठकर नेटफ्लिक्स अमेजॉन प्राइम जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म में Web Series देखना पसंद करते हैं.

आप इन Web Series का Reviews अपने ब्लॉग में लिख सकते हैं और Upcoming वेब सीरीज कौन-कौन से आएंगी, इसके ऊपर Micro Niche Blog बना सकते हैं और अच्छा ट्राफिक और पैसा दोनों बना सकते हैं.

 

Finance Niche Blog

तीसरा है फाइनेंस, इन्वेस्टमेंट ब्लॉग, फाइनेंस ब्लॉग बहुत ही पॉपुलर और high paying blog niches में से है, जिसमें CPC हाई रहता है, जिससे कम ट्राफिक में भी एक अच्छे इनकम होता है.

मैं मानता हूं Finance Niche में कंपटीशन थोड़ा हाई रहता है, इसलिए Finance में Micro Niche को पकड़ सकते हैं, जैसे लोन स्कीम हो गया, इंश्योरेंस स्कीम, बैंकिंग स्कीम इन जैसे Finance Micro Niche को पकड़ सकते हो और इसके ऊपर एक ब्लॉग बना सकते हैं.

 

Electric Vehicle (EV) Niche

Electric Vehicle (EV) आने वाले समय में इंडिया में धमाल मचाने वाला है और क्यों की ये टॉपिक भी नए है इसलिए कम्पेटेशन भी कम है और गूगल के लिए फ्रेश कंटेंट है.

अगर आप अभी से ही EV Niche पकड़ कर ब्लॉग पर Regularly आर्टिकल लिखना सुरु करते है तो आपका ब्लॉग नए होने के बावजूद गूगल आपके ब्लॉग को जल्द से जल्द रैंक करेगा.

EV Niche में से ही आपको और सरे micro niche मिलजायेंगे जैसे EV में EV Car, EV Bikes, EV Scooter जैसे ढूंढने से आपको बहुत सरे micro niche blogging ideas मिल जायेंगे, इनमें से किसी एक Micro Niche पकड़ कर ब्लॉग लिख सकते है.

 

Technology Blog Niche

आप अगर इंटरनेट में गूगल या यूट्यूब जैसे सर्च इंजन में देखेंगे तो सभी में Technology रिलेटेड कंटेंट देखने को मिलेगा. इस Technology Blogging Niche निचे में competition थोड़ा है, लकिन ट्रैफिक भी तो है, लग भाग हर दिन नए नए Technology सम्भन्दित प्रोडक्ट या सर्विसेज आते रहते है, इसलिए इस टॉपिक में कंटेंट भर पूर है.

क्यों की आजके समय में लोग कोई भी Product या Services ख़रीदने से पहले ऑनलाइन Reviews देखना पसंद करते है इसलिए competition होने की बावजूद भी Technology Blogging Niche में अभी भी बहुत Potential हैं.

उदहारण के तोर में Technology ब्लॉग में माइक्रो Niche जैसे

  • Latest gadgets Reviews (Smartphone, Laptop, Accessories etc)
  • Mobile Tips (App operating Guide, Mobile Problems guide etc)
  • Computer Software Reviews
  • Gaming App Reviews

ऐसे बहुत सरे micro niche blogging ideas , Technology blogging niche में है, आप इन low competition micro blog niches को ढूंढ सकते है और ब्लॉग स्टार्ट कर सकते है.

Technology blogging niche में और एक खास बात है अगर आप Product Reviews niche में ब्लॉग बनाते हो तो AdSense के साथ साथ Affiliate Marketing से भी दुगना पैसा earn कर सकते हैं.

Blog पर traffic बढ़ाने के 7 genuine तरीके

 

Conclusion

दोस्तों इस लिख के माध्यम से में आपके साथ कुछ ऐसे Micro niche blogging ideas शेयर किया हैं, जो मैने रिसर्च करके निकाला है. ऐसे अनगिनत  hindi blogging topics हैं, जिसमे Competition कम ही तथा ट्रैफिक भी बहुत ज्यादा है, अगर आपको भी ऐसे किसी micro blogging Niches जानते हो तो कमेंट में जरूर बताएं.

अगर ये आर्टिकल आपको पसंद आया है तो दोस्तो के साथ शेयर जरूर करें और कोई भी सुझाव तथा प्रश्न है तो Contact या फिर Comment कर सकते हैं.

अंत तक बने रहने के लिए धन्यवाद.

 

FAQ on Micro niche blogging ideas in Hindi

हम कौन से टॉपिक पर ब्लॉग लिख सकते हैं?

ब्लॉग हमेशा उस टॉपिक में लिखें जिस टॉपिक में आपका रूचि तथा नॉलेज है, लोग आपके ब्लॉग को तभी पढ़ेंगे जब उन्हें आपका लेख Informative और रोचक लगेगा, और आप ऐसे Informative और रोचक लेख तभ लिख पाएंगे जब उस टॉपिक में आपका भर पुर रूचि तथा नॉलेज रहेगा.

 

ब्लॉग से कमाई कैसे होती है?

ब्लॉग से कमाई कही सरे तरीको से किया जा सकता है, लकिन ज्यादातर दो तरीको से लोग ब्लॉग से कमाई करते है, पहला है AdSense और दूसरा है Affiliate Marketing.

 

क्या लोग अब ब्लॉग पढ़ते हैं?

हाँ जरूर, हलाकि आजके समय में लोग वीडियो कंटेंट देखना ज्यादा पसंद करते है फिर भी  ब्लॉग में किसी भी टॉपिक पर जो विस्तृत इनफार्मेशन मिलता है वह किसी और प्लेटफार्म में नहीं मिलेगें.

 

क्या ब्लॉगिंग में पैसे खर्च होते हैं?

हां ब्लॉग्गिंग में थोड़ा बहुत पैसे तो लगता है, अगर आप एक Individual ब्लॉगर हैं तो आप गूगल के फ्री प्लेटफार्म Blogger.com पर ब्लॉग बना कर उनके ही subdomain blogspot.com फ्री में ही इस्तेमाल कर सकते हैं, लकिन अगर आप Seriously ब्लॉग्गिंग करना चाहते है और ब्लॉग्गिंग में करियर बनाना चाहते है तो आप होस्टिंग तथा टॉप level डोमेन में जा सकते हैं.

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Google Web Stories kya hai और Google Web Stories का इस्तेमाल कैसे करें https://dealsclick.in/google-web-stories-kya-hai-google-web-stories-hindi/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=google-web-stories-kya-hai-google-web-stories-hindi https://dealsclick.in/google-web-stories-kya-hai-google-web-stories-hindi/#comments Sat, 01 Jan 2022 15:17:33 +0000 https://dealsclick.in/?p=863 Read more]]> नमस्कार दोस्तों Google web stories kya hai जैसा कि हम जानते है, गूगल आजके समय में बहुत ही बड़ी कंपनी है और आए दिन गूगल कुछ ना कुछ नए फीचर्स तथा Updates करते रहेता है यूजर्स के अच्छे Experience के लिए।

ऐसा एक नए फीचर्स सुरु किया है जिसका नाम है Google Web Story । आज हम जानेंगे Google Web Stories kya hai और Google Web Stories का इस्तेमाल कैसे करें? Benefits of Google Web Stories तथा Google Web Stories Guidelines क्या है , Google Web Stories Tutorial विस्तार से जानने के लिए आर्टिकल को अंत तक पढ़े ।

 

Google-web-stories-kya-hai

 

Google Web Stories Kya hai – What is Google Web Stories in Hindi

Google Web Stories एक engaging content medium है जो Visually Story telling के लिए Specially mobile devices को टर्गेट करके गूगल दुआरा बनाया गया है।

Google Web Stories इमेज, Short videos और कुछ लाइट एनिमेशन द्वारा बनाई जाती है। जो गूगल App के Search Option के निचे दिखाई देती हैं और जब यूजर्स उस Content को क्लिक करेंगे तब ये full screen में यूजर्स को दिखाई देगी, और यूजर्स उस कंटेंट का Experience कर पाएंगे।

फेसबुक, इंस्टाग्राम और YouTube के तरह गूगल ने भी Stories का आनंद गूगल उसेर्स के लिए लेके आया हैं। जो Android तथा IOS प्लेटफॉर्म पर गूगल App में  उपलब्ध है ।

Google Web Stories Google ने दो साल पहले लॉन्च किया था लेकिन तब Stories of the Web के नाम से लॉन्च किया गया था । तब इतना ज्यादा फीचर्स भी नहीं था इसलिए उतना पॉपुलर नहीं हुआ, लेकिन अभी नए तथा एडवांस फीचर्स और अपडेट्स के साथ आया हैं ।

ये नेया Updates Nov 2021 तारिक को गूगल द्वारा अपने इस Stories.google में बताया गया है। एक बढ़िया बात ये है कि गूगल अपने इस नए फीचर्स को यूजर्स के साथ प्रोमोट भी कर रहा है।

गूगल इस एडवांस फीचर्स का आनंद ज्यादा से ज्यादा लोगो तक पहुंचाने के लिए Recently एक Google Web Story WordPress प्लगइन भी लॉन्च कर दिया है । Google Web Stories के मदद से नए ब्लॉगर भी अपने वेबसाइट पर भर भर के ट्रैफिक ड्राइव कर पाएंगे।

Google Discover Kya hai | वेबसाइट को Google discover में कैसे लाए 6 tips

 

Google Web Stories का इस्तेमाल कैसे करें ?

Google Web Stories WordPress users बहुत ही आसानी से इस्तेमाल कर सकते है । इसके लिए नीचे दिए गए कुछ आसान से Steps को फॉलो करने होंगे। चलिए इन स्टेप्स की समझते है।

Steps को अच्छे तरह से समझने के लिए इस video को जरूर देखे।

 

 

Google web stories का मुद्रीकरण (monetize) कैसे करें – Google web stories से पैसे कैसे कमाए

Google web stories से पैसे कमाने के तरीके क्या क्या है

 

1) Google web stories में AdSense Ads लगा कर पैसे कमाए

दोस्तो अगर आपको Google AdSense का approval मिल चुका है तो आप आसानी से अपने वेब स्टोरी को मुद्रीकरण (monetize) कर पाएंगे। इसके लिए आपको कुछ Steps को फॉलो करने होंगे Google web stories setting में Google AdSense Code को जोड़ने होंगे ।

दोस्तो एक चीज का ध्यान जरूर रखें वेब स्टोरी को कम से कम 10 या उससे ज्यादा Pages के बनाए ताकि उसेर्स  को Google web stories में आपका ads दिखे । कम pages वाला वेब स्टोरी बनाने से यूजर्स को Web Stories में ads शो ही नहीं करेगी ।

Google web stories ads लगाके Google web stories को Monetize करने के लिए नीचे दिए गए वीडियो को देखे और वीडियो में बताई गई स्टेप्स को फॉलो करें।

 

 

2) Google Web Stories में Affiliate Marketing से पैसे कमाए

वेब स्टोरी को Affiliate प्रोग्राम के मदद से Monetize कर सकते है। दोस्तो आप किसी भी एफिलिएट प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल कर सकते है ।

आपको जिस भी प्रोडक्ट को सेल करना है उससे related कुछ लाइंस लिखने है , जैसे अगर आप Perfume सेल करना चाहते है तो उस Perfume से जुड़े कुछ टिप्स वेब स्टोरी में शेयर करने है और लास्ट पेज में उस प्रोडक्ट का एफिलिएट लिंक लगा देना है ।

लेकिन दोस्तो एक चीज का जरूर ध्यान रखें आपके वेब स्टोरी में लिंक सिर्फ एक ही हो और वेब स्टोरी interesting हो, ऐसा हो लोगो को पढ़ने में आकर्षक लगे, तो ही आपके वेब स्टोरी को लोग अंत तक पढ़ेंगे और last Page तक पढ़ेंगे तो एफिलिएट लिंक को लोगो द्वारा क्लिक करने का Chances भी बड़ जाएंगे ।

 

Benefits of Google Web stories in Hindi – Web Stories के फायदे क्या है

दोस्तों पहले Organic Traffic  वेबसाइट पर लाने के लिए बहुत इंतेज़ार करना पड़ता था, आप 1000 वर्डस का आर्टिकल लिखोगे, SEO करोगे उसके बाद अच्छे तरह से Optimize करके पब्लिश करने के बाद भी कुछ दिन इंतज़ार करना पड़ता था कि कब आर्टिकल गूगल में रैंक हो और Organic Traffic आए । लेकिन अभी Organic Traffic के लिए आपको उतना इंतज़ार करना नहीं पड़ेगा ।

आप ब्लॉगर या वर्डप्रेस इस्तेमाल करते है तो ईजिली Web Stories बना सकते हैं ,Google web stories में seo उतना important नहीं हैं basic SEO करने से भी हो जाता है । और आप अगर Google web stories seo और Google web stories Guidelines को फॉलो करके Regularly वेब stories बना कर अपलोड करते है तो गूगल से भर भर कर ट्रैफिक आप अपने वेबसाइट पर ड्राइव कर सकते है।

 

Google web stories Guidelines

अपने Google web stories को Google Discover में लाने के लिए कुछ आसान और महत्वपूर्ण Guidelines को फॉलो करने होंगे । वह Guidelines किया है चलिए जानते है।

1. Use Copyright free Content

ये पहला और बहुत ही महत्वपूर्ण Point हैं, आप एक ब्लॉगर है तो आप ये जरूर जानते होंगे गूगल कभी भी कॉपीराइट कंटेंट को पसंद नहीं करता है।

गूगल वेब stories में आप जो भी इमेज, videos, तथा Text इस्तेमाल करेंगे वह कॉपीराइट free होने चाइये ।

कॉपीराइट फ्री इमेज और videos के लिए Pixabay, pixels जैसे वेबसाइट्स से कॉपीराइट free इमेज और videos को डाउनलोड करके Google web stories में इस्तेमाल कर सकते है ।

 

2. Use Minimum Text

दूसरा Point है आप अपने Google web stories में heavy text का इस्तेमाल ना करे, text 180 words
से ज्यादा ना हो और text image के बॉटम में इस्तेमाल करे ।

 

3. Avoid Low Quality Pixel

दोस्तों low Quality images और videos Google web stories में कभी भी इस्तेमाल ना करे, हमेशा Google web stories में High Definition Images और Videos इस्तेमाल करे। इसका मतलब ये हैं low Quality Pixel का इमेज या वीडियो जो यूजर्स को धुंधला दिखाई दे ये कभी भी इस्तेमाल न करे । गूगल ये कभी नहीं चाहता है कोई यूजर्स गूगल को बीच में छोड़ कर चला जाए ।

 

4. Narrate story in proper Sequence

Web stories बनाने के समय में स्टोरी Sequence जरूर maintain करे , मतलब आप अगर कोई स्टोरी web stories में दिखाना चाहते है तो Step 1 के बाद Step 2 होने होंगे । ये नहीं की Step 1 से Step 3 या 4 में चले जाए।

अगर आप अपनी Web stories में Proper Sequence maintain नहीं करेंगे तो आपका वेब स्टोरी कभी भी Google Discover में नहीं आएगी ।

 

5. Don’t Make Incomplete Stories

Incomplete Web Stories ना बनाए । आप अगर अपनी Web Stories में किसी 5 टिप्स को बता रहे हो तो आपका Web Stories में 5 tips होने चाइये । ये नहीं की 1, 2 tips बता कर 5 no tips को बताने लगे और नीचे अपने वेबसाइट या App लिंक डालकर बोले पूरी जानकारी पाने के लिए लिंक में क्लिक करे,

दोस्तो ये गलती कभी नहीं करे । आप वेब स्टोरी संक्षिप्त में पूरी कहानी को बयां करे नाकी आप यूजर्स को अधूरी जानकारी दे, आपका कंटेंट स्टोरी टेलिंग होने चाइये । में ये नहीं कह रहा हूं लिंक ना लगाएं, आप अपनी 1 लिंक जरूर लगाए लेकिन प्रॉपर तरीके से ।

 

6. Use Short Video clips

दोस्तो अगर आप Web Stories में वीडियो इस्तेमाल करते है तो वीडियो 15 sec तक होने चाइए, इससे ज्यादा समय के वीडियो क्लिप्स को इस्तेमाल मत करे ।

 

7. Use Portrait Dimension (google web stories dimensions)

Google Web Stories हर पेज Portrait में होने होंगे । Portrait का मतलब होता है vertically हम जो YouTube short YouTube में देखते है उसको Portrait Dimension कहा जाता है।

 

8. Always Use Caption

आप अपनी Web Stories में Caption जरूर इस्तेमाल करे, Caption का मतलब Text, क्यों की आपका Web Stories Google में शो होती है और कोई आपका Web Stories देख रहा है और उस टाइम में किसी कारण से यूजर का मोबाइल साइलेंट हो तो उसेर्स आपका Web Stories sound को सुन नहीं पाएंगे तो आपका Text देख कर यूजर को समझ आजाय आपका वेब स्टोरी किस टॉपिक पर हैं ।

 

9. Maintain Web Stories Pages

आपका Web Story minimum 5 pages के होने चाइए, minimum 5 pages और Maximum 30 pages, 5 pages से कम पेज का वेब स्टोरी कभी न बनाए जिससे आपका मेहनत बेकार न जाये । मेरा रिकमेंडेशन है कम से कम 10 pages का Web Story जरूर बनाए।

ऐसे बहुत सारे और Point  हैं, मैंने सिर्फ 9 Important points इस आर्टिकल में शेयर किया है, ताकि आपका वेब स्टोरी जल्द से जल्द Google Discover में शो करे और आपको Google Web Story से Unlimited Organic ट्रैफिक मिल पाए।

 

Related Question 

क्या हम Google Web Stories सिर्फ WordPress पर ही बना सकते हैं ?

नहीं आप अगर ब्लॉगर इस्तेमाल करते है तो भी आप वेब स्टोरी बना सकते हो । इसके लिए आप https://makestories.io वेबसाइट  इस्तेमाल कर सकते है ।

वर्डप्रेस यूजर्स सिर्फ एक प्लगइन को इस्तेमाल करके ईएसिली वेब स्टोरी बना सकते है। Google Web Story WordPress में कैसे बनाए ये जानने के लिए उपर दिए गए स्टेप्स को फॉलो कर सकते है।

 

Google web stories कितनी लम्बी होनी चाहिए ?

Google web stories आप minimum 5 pages ka और maximum 30 pages के बना सकते हैं।

 

इसे भी पढ़े :

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6 Common blogging mistakes jo new blogger karte hai

Content writing kya hai और कैसे बने |10 Content writing Tips

Copywriting kya hai और No.1 Copywriter Kaise bane?

 

Conclusion

दोस्तों इस आर्टिकल में Google web stories kya hai ये सरल भाषा में  बताने की कोशिस किया है।  आशा करता हूँ Google Web Stories का इस्तेमाल कैसे करें? Benefits of Google Web stories तथा Google web stories Guidelines क्या है ये आप समझ पाए होंगे ।

अगर आप मेरे आर्टिकल को फॉलो करके आप अपने वेबसाइट पर traffic लाने में और  Google web stories से पैसे कमा पाते हो तो Comment में जरूर लिखे और इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।

आपका अगर इस आर्टिकल के ऊपर कोई भी सवाल या सुझाव है तो Comment Box में या Contact में जरूर पूछे। धन्यबाद

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Google Discover Kya hai | वेबसाइट को Google discover में कैसे लाए 6 tips https://dealsclick.in/google-discover-kya-hai-google-feed/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=google-discover-kya-hai-google-feed https://dealsclick.in/google-discover-kya-hai-google-feed/#comments Sat, 11 Dec 2021 16:51:49 +0000 https://dealsclick.in/?p=448 Read more]]> Google Discover Kya hai और ब्लॉगर के लिए कितना useful है? अगर आप एक नए ब्लॉगर हो, अपने ब्लॉग/वेबसाइट सुरु तो कर दिया है, कंटेंट भी regularly post कर रहे हो फिर भी आपके साइट में ट्रैफिक बिल्कुल नहीं है तो आप निराश मत हो, Google Discover गूगल का एक ऐसा Source है जिसके मदद से आप अपने साइट पर भर भर कर क्वालिटी ट्रैफिक लेके जा सकते हैं, बिना कोई Backlink के झंझट के।

आज हम जानेंगे Google Discover Kya hai , कैसे आप अपने वेबसाइट को Google Discover में ला सकते है, और और वेबसाइट ट्रैफिक increase कर सकते है?

 

Google-discover-feed

Google Discover Kya hai – What is Google Discover in hindi

Google Discover एक ऐसा गूगल फीड सिस्टम है, जिसमें गूगल यूजर्स के इंटरेस्ट को समझ कर कंटेंट सजेस्ट करता है।

हम जब गूगल App को या फिर गूगल क्रोम को एंड्रॉयड या आईओएस प्लेटफॉर्म पर खोलते है तब सर्च के नीचे जो आर्टिकल गूगल द्वारा दिखाई जाती है इनको Google Feed या Google Discover फीचर्स कहा जाता है ।

Google Discover जो फीड सजेस्ट करता है वह किसी रैंकिंग के बेस पर नहीं होता है, ये सब गूगल यूजर्स के इंटरेस्ट को इमैजिन करके दिखाता है। जैसे अगर आप गूगल सर्च में या फिर App में कोई टॉपिक या प्रोडक्ट ज्यादा सर्च करते है तो उसके आधार पर गूगल आपका इंटेस्ट को Imagine करके कुछ Suggestion फीड करता है।

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Google Discover और Google Feed में क्या अंतर है

Google Discover और Google Feed भले ही नाम में अंतर हो लेकिन दोनों के काम basically समान ही है।

Google Feed को दिसंबर 2016 को गूगल द्वारा शुरू किया गेया था। इसके बाद 2017 में गूगल द्वारा कुछ algorithm को अपडेट किया गया था जिसका मूल लक्ष्य था यूजर्स को सर्च करने में मदद करना।

2018 सन में गूगल द्वारा फिर से गूगल फीड को नए नाम और नए ब्रांड के साथ Google Discover नाम से शुरू किया गया, जिसका मुख्य लक्ष्य है यूजर्स के सर्च एक्सपीरियंस को बेहतर से बेहतर बनाना ताकि सर्च करने से पहले यूजर्स को सर्च सजेशन मिल पाए ।

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Google Discover का खासियत क्या क्या है ?

1) Google Discover highly personalized है। मतलब आपका कंटेंट जिस भी niche के हो उस कंटेंट के के अनुसार रीडर्स आपको मिल जाएंगे।

 

2) दूसरी खासियत Google Discover के ये है, गूगल फीड हर रीडर्स के लिए अलग होता है, इसमें कंटेंट ranked

होने की ज़रूरत नहीं पड़ती है।

 

3) तीसरी खासियत Google Discover की सबसे ज्यादा important क्यों है ? क्यों कि गूगल discover feed readers के इंटरेस्ट के उपर निर्भर करता हैं, इसलिए इसमें कीवर्ड की इतना जरूरत नहीं पड़ती हैं। ये पूरी फीड गूगल सिस्टम अपने मशीन लियरनिंग के बेज पर ऑटोमैटिक generate करता है।

 

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वेबसाइट को Google Discover में कैसे लाए?

दोस्तो Google discover में अपने आर्टिकल को जल्दी से लाने के लिए ऐसे कोई कोडिंग, plugin, tricks, जुगाड नहीं है । इसके लिए आपको कुछ स्टेप्स को फॉलो करने है और थोड़ा efforts लगाना है।

वेबसाइट को Google Discover में कैसे लाए 6 Tips जिसको फॉलो करके आप भी अपने आर्टिकल को Google Discover में ला पाएंगे और Quality ट्रैफिक Quantity में अपने साइट पर ड्राइव कर पाएंगे।

 

Pay attention to the Indexing

Indexing सबसे महत्वपूर्णऔर ध्यान देने बाला चीज़ है, क्यों की अगर आपका पोस्ट गूगल ने Index कर लिया है तो इसका मतलब गूगल बूट ये जान चूका है, की आपके आर्टिकल कौनसे niche में है, और उसेर्स के कौनसे quarry में आपका आर्टिकल को Google Feed में दिखाना है।

हमने ये देखा है Google Feed गूगल के सिस्टम automatically generate करता है, for example अगर आपका ब्लॉग टेक्नोलॉजी के ऊपर है, और गूगल ने आपके ब्लॉग के एक आर्टिकल जो computer क्या है ये index किया है तो जब भी कोई रीडर कंप्यूटर के वारे में बार बार सर्च कर रहा है तो ज्यादा chances हे आपका आर्टिकल उस रीडर के Google Discover में Suggest हो। Google Discover में आर्टिकल को लाने के लिए जितना हो सके अपने आर्टिकल के Indexing में ध्यान दीजिये।

 

Add Structured Data or Schema Data

हमने पहले पॉइंट में ये जाना है की Google Discover में आने के लिए ये बहुत ही जरुरी है की गूगल आपके पोस्ट को जाने और समझे, आपके पोस्ट उसेर्स के कौनसे Question को solve रहा है।

और गूगल को ये बताने के लिए की आपका पोस्ट किस बिषय में है, सबसे आसान तरीका है Structure data or Schema Data अपने पेज पर आर्टिकल, ब्लॉग पोस्ट, न्यूज़ आर्टिकल, FAQ जिस भी टाइप का स्कीमा डाटा लगाया जा सकता है जरुरु लगाए।

स्कीमा डाटा गूगल को कन्फर्म तरीके से ये बताता है, आपके पेज का पूरा बिबरन गूगल को जानने में मदद करता है , आपका पेज कौनसे पर्पस के हैं और उसेर्स के कौनसे Question को Solve कर रहा है।

अगर आप अपने Discover फीड को चेक करते हो तो आप ये जरूर देखेंगे ज्यादातर पेज में स्कीमा डाटा जरूर इस्तेमाल किया गया है।

 

Make Clear Topic

अगर आप चाहते है की आपका पेज गूगल discover में आए तो आप एक टॉपिक को clearly एक्सप्लेन करे, ताकि उसेर्स और गूगल आपका पर्पस समझ पाए , आप कौनसे प्रश्न का उत्तर बताना चाहते है. to the point Explain करे, और जितना हो सके आर्टिकल को to the point रकने की कोशिस करिये।

जैसा टाइटल है , ऐसे जवाब होने चाइये। आर्टिकल को लम्बा करने के लिए टॉपिक के बाहर कुछ न लिखे।

google Discover Feed सिर्फ खाली जगह को फील करने के लिए नहीं बनाई गयी है , ये जो फैंसी algorithm और machine learning पर इतना खर्च करके गूगल फीड बनाया जाता है, इसके पीछे गूगल का एक ही उद्देश्य है, की रीडर्स के quarry का सही answer मिल पाए। रीडर्स उस फीड पर क्लिक करे और पड़े।

अगर आपका आर्टिकल किसी एक टॉपिक रीडर्स को समझा पाए और रेडर्स बार बार क्लिक करे और पढ़े तब Discover algorithm को लगेगा ये सही पेज है और आपके पेज को Discover Feed में ज्यादा प्रमोट करेगा।

 

 Use Big Image

Google Discover Feed एक Visual फीड है यानि की टेक्स्ट से ज्यादा पार्ट Images के होते है इसलिए जितना हो सके अच्छे और बड़े साइज के इमेजेज इस्तेमाल करिये।

गूगल के गाइड लाइन के हिसाब से अपने पेज में कम से कम 1200 pixels width वाली इमेजेज को इस्तेमाल करने चाइये।

और अपने पेज में large टाइप का Max-Image-preview नाम का robot tag इस्तेमाल करे । बड़े इमेज इस्तेमाल करने से discover अपने फीड में उस इमेज को अच्छी तरह से प्रेजेंट कर पायेगा और यूजर उस में क्लिक करे इस का संभावना बढ़ जाएगी।

 

Make Web stories

Web stories गूगल Discover Feed में दिखाई जाते है। आप अपने आर्टिकल को Web stories में convert करके Google Discover Feed में लाने के Chances को बड़ा सकते है ।

आप Web stories में Images, वीडियोस, ऑडिओस के कॉम्बिनेशन को मिला के Web stories को इंटरेस्टिंग बना सकते है और Google Discover Feed में रीडर्स को attract कर सकते और क्लिक बड़ा सकते है।

 

Boost Page Performance

Google Discover Feed में आर्टिकल को लेन के लिए सबसे ज्यादा इम्पोर्टेन्ट होता अपने पेज के performance को बूस्ट करना। क्यों की अगर आपके पेज लोड होने में ज्यादा समय लग रहा है, आपके thumbnail को उसेर्स क्लिक करता है और पेज ओपन होने में ज्यादा समय लगाता हे तो उसेर्स आपके पेज को बिना खोले मूव कर देंगे दूसरे पेज में, इससे गूगल को नेगेटिव इम्प्रैशन चला जायेगा और इससे पेज Google Discover Feed में आने का चान्सेस कम हो जायेगा। अपने आर्टिकल पेज में कम से कम कोडिंग का इस्तेमाल करे , पेज लोडिंग स्पीड को बढ़ाये।

 

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Conclusion

दोस्तों आज इस पोस्ट के मद्धम से Google discover Kya hai और वेबसाइट को Google discover में कैसे लाए और वेबसाइट ट्रैफिक कैसे बढ़ाये कुछ टिप्स आपके साथ डिसकस किया है, आशा करता हु आपको पसंद आया होगा और इस पोस्ट से आपको कुछ न कुछ सिखने को मिला होगा।

अगर आपका कोई भी सवाल या सुझाव है तो Comment में जरूर पूछे। मेरे ब्लॉग के साथ जुड़े रहने के लिए धन्यबाद।

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Graphic design kya hota hai in hindi और kaise bane https://dealsclick.in/graphic-design-kya-hota-hai-in-hindi/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=graphic-design-kya-hota-hai-in-hindi https://dealsclick.in/graphic-design-kya-hota-hai-in-hindi/#respond Wed, 18 Aug 2021 18:40:49 +0000 https://dealsclick.in/?p=427 Read more]]> नमस्कार दोस्तों मेरे ब्लॉग में आपका स्वागत है. आज हम जानेंगे Graphic design kya hota hai in hindi , ग्राफ़िक डिज़ाइन कैसे करे , ग्राफिक डिजाइन कोर्स क्या है , ग्राफिक डिजाइन कोर्स फीस, ग्राफिक डिजाइन सैलरी. ग्राफिक डिजाइन संबंधित सवालो के सम्पूर्ण जानकारी के लिए आर्टिकल के अंत बने रहे.

अपने ग्राफिक डिजाइन ये शब्द तो बहुत बार सुने होंगे लेकिन Graphic designing kya hai यह सही जानकारी आपको नहीं है.

इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के बाद आशा करता हूं ग्राफिक डिजाइन क्या है यह जानने के लिए आपको कहीं और खोजना नहीं पड़ेगा.

 

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ग्राफिक डिजाइन क्या है – What is Graphic design in Hindi

ग्राफिक डिजाइन का मतलब होता है, किसी भी ऑब्जेक्ट या विषय को ग्राफिक के माध्यम से रीडर्स या व्यूअर्स के साथ कम्युनिकेट कराना. कम्युनिकेट के माध्यम इमेज, पेंटिंग, बैनर आदि हो सकती है.

ग्राफिक डिजाइन कुछ नयी चीज नहीं है, हजारों सालों पहले से चले आ रहे है, उस समय में आज जैसे आधुनिक प्रौद्योगिकी टूल्स कागज,कलम, डिजिटल बोर्ड, कंप्यूटर नहीं होता था लेकिन पत्थरों पर खुदाई करके, पत्थरों पर चित्र बनाकर ग्राफिक डिजाइन किया जाता था. Graphic designing kya hai यह तो हमे थोड़ा बहुत आईडिया हो चूका है. और अच्छे से समझने के लिए कुछ उदाहरण से चलिए समझते है.

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Graphic design kya hota hai in hindi

ग्राफिक डिजाइन आजके समय में तेज़ी से बढ़ने वाले एक क्षेत्र है. देखा जाये तो हम सब ग्राफिक डिजाइन से घिरे हुए है, हमारे चारों तरफ ग्राफिक डिजाइन है.

आप अगर नोटिस करेंगे तो न्यूजपेपर से लेकर रोड के पास के होर्डिंग, पैंपलेट, एडवरटाइजमेंट, बुक के फोंद, गेम ग्राफिक्स, टेक्सटाइल, थ्री डी और YouTube videos में इस्तेमाल होने वाले थंबनेल तक सब ग्राफिक डिजाइन का एक उदाहरण है.

ग्राफिक डिजाइन का इस्तेमाल पहले से ही था लेकिन जब से हम तकनीकी रूप से बढ़ते चले गए है और कंप्यूटर सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, WhatsApp, Instagram इत्यादि के आने से ग्राफिक डिजाइन का इस्तेमाल और ज्यादा होने लगी है. Graphic design kya hota hai आशा करता हूँ आप समझ पाए होंगे. Graphic design 2 प्रकार के हो सकती है एक है Physical Graphic Design और दूसरा है Virtual Graphic Design.

 

Physical Graphic Design क्या है

जिस किसी भी चीज़ को हम अगर फिजिकली छू सकते है जैसे बैनर, पोस्टर, चित्र ऐसे चीज जिनको हम छू सकते है. उसे Physical Graphic Design कहा जाता है.

 

Virtual Graphic Design क्या है

वर्चुअल ग्राफिक डिजाइन वह होते है जिसको हम देख तो सकते है लेकिन छू नहीं सकते है जैसे Flipkart, Amazon जैसे शॉपिंग साइट्स या फिर ऑनलाइन अपने मोबाइल या कंप्यूटर से जो भी sales वाले बैनर, चित्र आदि देखते है उसे virtual graphic design कहते है.

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Graphic designer कैसे बने – how to become Graphic designer in Hindi

ग्राफिक डिजाइन एक ऐसा जॉब है जिसमें किसी एक क्रिएटिविटी को आकर्षक बनाके लोगो के सामने प्रस्तुत करना होता है.

आजके टाइम में ग्राफिक अर्ट और विजुअल का बहुत ही इस्तेमाल हो रहा है इसलिए ग्राफिक डिजाइन में कैरियर बनना ज्यादातर लोग पसंद करते है.

 

ग्राफिक डिजाइनर को कौन कौन से स्किल आने चाइए

 

Knowledge about Software’s and Computer

एक ग्राफिक डिजाइनर को designing में इस्तेमाल होने वाले अलग अलग टूल्स जैसे टैबलेट,नोटबुक,कंप्यूटर और सॉफ्टवर्स जैसे CorelDraw, Photoshop, 3D drawing आदि सॉफ्टवर्स का थोड़ा बहुत जानकारी होने चाइए.
एक ग्राफिक डिजाइनर के लिए डिजिटल मीडिया और ग्राफिक बेसिक नॉलेज रहेने होंगे.

 

Creative Mind

एक ग्राफिक डिजाइनर के लिए महत्वपूर्ण काम होता है किसी भी चीज को जैसे वेबसाइट, लोगो, बैनर इत्त्यादि को क्रिएटिव और अट्रैक्टिव बना कर लोगो के सामने लाना होता है.

इसके लिए एक ग्राफिक डिजाइनर में क्रिएटिव माइंड रहना बहुत ही जरूरी हो जाता है. किसी भी मैसेज को अपने क्रिएटिविटी से टेक्स्ट स्टाइल और कॉलर कॉम्बिनेशन के मद्धम से लोगों तक रिप्रेजेंट कर सके.

 

Education with Skills

Graphic designer में अपना कैरियर बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है, अपने पढ़ाई पूरी करना और उससे भी महत्वपूर्ण है अपने स्किल्स को डेवलप करना.

ये सब कुछ जो एक ग्राफिक डिजाइनर बनने के लिए चाइए आपको ग्राफिक डिजाइन कोर्स में सिखाई जाते है. चलिए ग्राफिक डिजाइनर कोर्स क्या होता है जानते है.

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ग्राफिक डिजाइन कोर्स

ग्राफिक डिजाइन में फाउंडेशन कोर्सेस से ले कर मास्टर्स लेवल के कोर्सेस होते है. बहुत सारे ऐसे छात्रों है जो 12बीं के बाद ग्राफिक designing में कैरियर बनना चाहते है.

आप ग्राफिक डिजानिंग कोर्स 12बीं के बाद भी कर सकते है. और अगर आप ग्रेजुएशन के बाद ग्राफिक डिजाइन कोर्स करना चाहते है तो वह भी कर सकते है.

ग्राफिक डिजाइन के बहुत सारे कोर्सेस उपलब्ध है जिनमे में से आप किसी भी कोर्स को करके ग्राफिक डिजाइन बन सकते है. नीचे कुछ ग्राफिक डिजाइन कोर्स, एलिजिबिलिटी और कोर्स दुआरेशन के बारे में जानेंगे.

 

Bachelor of Fine Arts (BFA)

यह कोर्स 4 साल का एक बचेलोर कोर्स है और आप इस कोर्स को 12बीं के बाद कर सकते है.

 

Bachelor of Multi Media

दोस्तों अगर अपने 12बीं साइंस से किया है तो आप BSc Multi Media करके ग्राफिक डिजाइनर बन सकते है. यह कोर्स 3 साल के है और 12बीं साइंस से करने के बाद कर सकते है.

 

Master of Fine Arts

यह कोर्स 2 साल का है और कोई भी ग्रेजुएशन के बाद इस कोर्स को कर सकता है.

 

Post Graduation Diploma in Fine Arts

ग्रेजुएशन के बाद आप अगर ग्राफ़िक डिजाइनिंग कोर्स करके ग्राफिक डिजाइनर बनना चाहते है तो आप यह कोर्स कर सकते है. यह कोर्स 1 साल का होता है और ग्रेजुएशन करने के बाद कोई भी स्टूडेंट कर सकता है.

 

Diploma in Graphic Designing

यह कोर्स 6 महीने का होता है और कोई भी 12बीं के बाद इस कोर्स को कर सकता है.

 

Certificate in 3D animation

यह कोर्स 3 महीने का एक सर्टिफिकेट कोर्स है और कोई भी 12बीं के बाद इस कोर्स को कर सकता है.

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ग्राफिक डिजाइनर जॉब क्षेत्र

एक ग्राफिक डिजाइनर कौन कौन से क्षेत्र में काम कर सकता है. न्यूजपेपर कंपनी, एडवरटाइजमेंट एजेंसी, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, वेब पेज मैनेजमेंट, लोगो मेकिंग कंपनी इत्यादि फील्ड्स में ग्राफिक डिजाइनर काम कर सकते है.

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ग्राफिक डिजाइनर सैलरी

ग्राफिक डिजाइनर को सैलरी कितनी मिलती है. दोस्तों सैलरी कोई भी एम्पलाई का डिपेंड करता है उस व्यक्ति के अनुभव, क्वालिफिकेशन और स्किल्स के उपर फिर भी एक ग्राफिक डिजाइनर को स्टैण्डर्ड सैलरी मिलती है.

स्टार्टिंग में एक ग्रहिक डिजाइनर को 10 से 15 हजार तक सैलरी मिल सकती है. 1-2 साल के अनुभव के बाद एक ग्राफिक डिजाइनर को 20 से 25 हजार रूपए हर महीने में मिल सकती है.

और 5 साल या उससे अधिक अनुभव वाले ग्राफिक डिजाइनर 1 से 1.5 लाख तक रुपए हर महीने कमा सकते है.

 

 

ग्राफिक डिजाइन कोर्स फीस

ग्राफिक डिजाइन कोर्स फीस अलग अलग कॉलेज तथा इंस्टीट्यूट के अलग अलग होते है, लेकिन हम अगर स्टैंडर्ड फीस के बारे में बात करे तो फाउंडेशन कोर्सेस से लेकर मास्टर लेवल के कोर्स करने के लिए 12 से 15 हजार स्टार्टिंग के कोर्सेस के और 60 से 65 हजार तक रुपए Upper कोर्सेस में लग सकती है.

 

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Conclusion

दोस्तों इस पोस्ट के मद्धम से Graphic designing kya hai और ग्राफिक डिजाइन संबंधित कुछ सवालो के सरल हिंदी में जवाब देने की कोशिस किया है. आशा करता हूँ Graphic design kya hota hai in hindi आप समझ पाए होंगे.

अगर इस आर्टिकल के संबंधित आपका कोई सवाल या सुझाव है तो Comment में जरूर पूछे और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे धन्यवाद.

 

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Network marketing kya hai और नेटवर्क मार्केटिंग क्यों करना चाहिए 5 फायदे https://dealsclick.in/network-marketing-kya-hai-why-network-marketing/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=network-marketing-kya-hai-why-network-marketing https://dealsclick.in/network-marketing-kya-hai-why-network-marketing/#respond Mon, 16 Aug 2021 19:31:24 +0000 https://dealsclick.in/?p=416 Read more]]> नमस्कार दोस्तों मेरे ब्लॉग में आपका स्वागत है, आज हम जानेंगे नेटवर्क मार्कटिंग के बारे में, Network marketing kya hai (What is Network marketing in hindi) नेटवर्क मार्केटिंग क्यों करना चाहिए (Why Network marketing in hindi) , नेटवर्क मार्केटिंग के फायदे और नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़े ऐसे बहुत सारे सवाल का जवाब जानेंगे. पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें.

network marketing kya hai

 

नेटवर्क मार्केटिंग के बारे में अपने बहुत सुना होगा क्यू की आजकल हर तरफ इस मार्केटिंग के चर्चे चारों तरफ चल रही है. क्यू की ये मार्केटिंग मॉडल दूसरे मार्केटिंग से बिल्कुल अलग है ,और बहुत सारे कंपनी इस मार्केटिंग को काफी पहले से इस्तेमाल भी कर रही है.

ऐसे में आपको भी इस नेटवर्क मार्केटिंग के बारे में जरूर जानकारी होने चाइए, तभी तो आप इस मार्केटिंग से जुड़ पाएंगे और प्रॉफिट कमा पाएंगे.

 

Network marketing kya hai – What is Network marketing in hindi

नेटवर्क मार्केटिंग एक ऐसा मार्केटिंग मॉडल है जिससे एक कंपनी तेज़ी से अपने प्रोडक्ट तथा सर्विसेस लोगो के बीच पहुंचने में सक्षम होती है.

नेटवर्क मार्केटिंग एक ऐसा बिजनेस मॉडल होता है जिसमें लोग एक पिरामिड स्ट्रक्चर के फार्म में एक के साथ एक जुड़ते रहते है और एक कंपनी के प्रोडक्ट या सर्विसेस को बेचते है.

 

इस मार्केटिंग में हर मेंबर एक इंडिपेंडेंट सेल्स रिप्रेजेंटेटिव होता है,और उनके द्वारा जो भी समान बेचा जाता है उसका कमीशन मिलता है ये तो हर मार्केटिंग में होता है लकिन नेटवर्क मार्केटिंग क्यों दूसरे मार्केटिंग से अलग है?

क्यों की हर मेंबर को प्रोडक्ट सेल करने की कमीशन तो मिलती ही है साथ में उनके द्वारा जो भी नया मार्केटिंग व्यक्ति जुड़ते है, वह व्यक्ति द्वारा सामान सेल होने पर एक फिक्स्ड कमीशन मेंबर को मिलता है.

Network marketing में हर एक पार्टिसिपेंट को IBO कहा जाता है. IBO का मतलब होता है INDIVIDUAL BUSINESS OWNERS. क्यू की वह अपने बिजनेस को खुद प्रोमोट करते है.

इस मार्केटिंग बिजनेस मॉडल में कंपनी के प्रोडक्ट या सर्विसेस को मार्केटिंग मेंबर्स द्वारा डायरेक्टली कंज्यूमर के पास पहुंचाया जाता है सेल करने के लिए जिससे बिच का कोई भी व्यक्ति नहीं हो और प्रोडक्ट या सर्विसेस को कम दामों में कंज्यूमर तक पहुंचाया जा सके.

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Multi-level Marketing (MLM) Kya hai – What is Multi level marketing in hindi

Multi level Marketing Kya hai ? नेटवर्क मार्केटिंग को ही Multi-level Marketing कहा जाता है. इसके अलावा भी नेटवर्क मार्केटिंग को और सारे नामो से बुलाया जाता है जैसे Cellular Marketing, Affiliate marketing, Consumer-direct marketing, Referral marketing, Home base business franchising इत्यादी.

Amway, Tupperware जैसे ऐसे बहुत सारे कंपनी इस नेटवर्क मार्केटिंग मॉडल को इस्तेमाल करते है. Network marketing kya hai यह समझने के बाद अभी समझते है नेटवर्क मार्केटिंग क्यों करना चाहिए (Why Network marketing in hindi)?

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नेटवर्क मार्केटिंग क्यों करना चाहिए (Why Network marketing in hindi) – नेटवर्क मार्केटिंग के फायदे क्या क्या है

अगर आपको अपने कैरियर को ग्रो करनी है, आप चाये किसी भी प्रोफेशन में जॉब कर रहे है फिर भी इन 5 स्किल आपके पास होंगे तो आप अपने कैरियर को easily ग्रो कर पाएंगे.

मेरा मानना है अगर आप डॉक्टर, इंजिनियर, लवर या स्टूडेंट, हाउसवाइफ, बिजनेस मैन हो या फिर किसी भी और प्रोफेशन में जॉब कर रहे हो आपको 3-4 साल नेटवर्क मार्केटिंग जरूर करना चाहिए. नेटवर्क मार्केटिंग के लिए नहीं बल्कि नेटवर्क मार्केटिंग स्किल्स को शिकने के लिए.

इन स्किल्स को, कोर्स करके लाखो रूपए खर्च करके भी आप सायेद उतनी अच्छे से सीख नहीं पाएंगे, लेकिन नेटवर्क मार्केटिंग या डायरेक्ट सेलिंग में आप easily कुछ महीनों या सालो में सीख पाएंगे. चलिए जानते है वह 5 स्किल्स क्या है?

 

Gain Leadership ability

हर ऑर्गेनाइजेशन को चलाने के लिए एक लीडरशिप कि जरूरत पड़ती है, उदाहरण के तौर पर कोई भी कंपनी हो, एनजीओ हो , इंस्टीट्यूट हो, एक लीडर कि आवश्यकता होती है, लीडर कौन है?

लीडर जो किसी को इन्फ्लुएंस कर सके, लीडर वह है जिसके पास किसी को समझने की एबिलिटी होती है, लोग उसके बात को समझ पाए , ऐसे लीडर शिप बिल्ड करने के लिए नेटवर्क मार्केटिंग एक अच्छी फील्ड है, जन्हा पे आपको कुछ महीनों काम करने पर लीडरशिप स्किल मिल सकती है.

 

Ability to work in Teams

Ability to work in Teams का मतलब है टीम्स में काम करने की कला. अगर आप कोई भी बिजनेस में सफल होना चाहते है तो आप अकेले किसी भी बिजनेस को सक्सेसफुल नहीं बना पाएंगे.

आपके पास वह एबिलिटी होने चाइए जिससे आप अलग अलग सहकर्मी के साथ सही तरीके से धैर्य के साथ काम कर पाए. टीम वर्क बहुत ही जरूरी होता है किसी भी बिज़नेस को सक्सेसफुल बनाने में. नेटवर्क मार्केटिंग में कोई लीडर नहीं होता, कोई बॉस नहीं होता, नेटवर्क मार्केटिंग में टीम के साथ मिलकर काम करना होता है.

जिससे आपका टीम्स में काम करने के अनुभव डेवलप होता है. अगर आप नेटवर्क मार्केटिंग में कुछ साल तक काम कर लेते हैं तो आप ईजिलाई कॉरपोरेट या किसी भी खुदके बिजनेस को सक्सेसफुल बना पाएंगे.

 

Build ability for Public speaking

आजके समय में पब्लिक के सामने स्टेज पर किसी भी टॉपिक को समझना या बात करना सबसे ज्यादा टफ और डर का काम माना जाता है, ये पब्लिक स्पीकिंग स्किल को सीखने के लिए लोग हजारों लाखो रूपए खर्च कर देते हैं.

आप अगर बैंकिंग, फाइनेंस, मार्केटिंग में एक सीनियर लेवल में है तो आपको पता है पब्लिक स्पीकिंग कितना करना पड़ता है और Public speaking कितना इंपोर्टेंट ही जाता है. नेटवर्क मार्केटिंग आपको रोज पब्लिक स्पीकिंग का मौका देता है.

नेटवर्क मार्केटिंग में आपको स्पीकिंग स्किल शिकनी नहीं पड़ती है , आप अगर अच्छे से 3-4 साल इस नेटवर्क मार्केटिंग फील्ड में काम करते है तो अपने आप पब्लिक स्पीकिंग स्किल आपमें develop हो जाती है.

 

Total Personality Transformation

Failure से सीखना, failure को फेलियर के तरह ना समझ कर उससे सीख लेना और खुदको इतना सही से तैयार करना ताकि failure फिर से ना हो ये एक सफल व्यक्ति में होने चाइए.

आप अगर 1से 2 साल तक नेटवर्क मार्केटिंग में काम कर लेते है तो आपके बोलने से लेकर खुद को रिप्रेजेंट करने का कला आप में ऑटोमैटिकली ट्रांसफॉर्म हो जाता है.

 

Develop Communication skills

हम हर रोज सुबह से शाम तक लोग के साथ जो भी बात करते है, वह एक ही काम करते है कम्युनिकेशन. अगर हम कम्युनिकेशन में मास्टर है और लोग तक अपने बात पहुंचाने में सक्षम है तो लोग हमारी बात सुनेंगे.

Communication is a life changing skill हर किसी को जॉब नहीं मिलता है, जिसके पास अच्छे कम्युनिकेशन स्किल होता है जो अपने बात अच्छे तरीके से पहुंचा पाता है उसको ही जॉब मिलता है. आपको अगर कम्युनिकेशन स्किल्स Develop करना है तो नेटवर्क मार्केटिंग एक बेस्ट प्लेटफॉर्म है.

 

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Conclusion

इस आर्टिकल के मद्धम से Network marketing kya hai (What is Network marketing in hindi), नेटवर्क मार्केटिंग क्यों करना चाहिए (Why Network marketing in hindi) नेटवर्क मार्केटिंग के फायदे सरल हिंदी में बताने की कोशिस किया है. उम्मीद हैं आप समाज पाए होंगे.

यह आर्टिकल के संबंधित अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो Comment में जरूर पूछे और इस पोस्ट अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे धन्यवाद.

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Blog article ko copy hone se kaise bachaye https://dealsclick.in/blog-article-ko-copy-hone-se-kaise-bachaye/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=blog-article-ko-copy-hone-se-kaise-bachaye https://dealsclick.in/blog-article-ko-copy-hone-se-kaise-bachaye/#respond Sun, 15 Aug 2021 17:08:21 +0000 https://dealsclick.in/?p=402 Read more]]> नमस्कार दोस्तों मेरे ब्लॉग में आपका स्वागत है. आज हम जानेंगे blog article ko copy hone se kaise bachaye ब्लॉग आर्टिकल को कॉपी होने से कैसे बचाए?

blog article ko copy hone se kaise bachaye

अगर आपका ब्लॉग हैं और आप ब्लॉगिंग से पैसे कमाते है, तो आपका जो कंटेंट है, यानि ब्लॉग आर्टिकल है इसको प्रोटेक्ट करने होंगे, कोपी होने से बचाने होंगे नहीं तो आप कितना भी महनत करके ओरिजिनल और क्वालिटी आर्टिकल लिखेंगे फिर भी आपका आर्टिकल गूगल में रैंक नहीं करेगा, रैंक तो दूर की बात गूगल में इंडेक्स भी नहीं होगा. चलिए जानते है blog article ko copy hone se kaise bachaye ?

 

Blog article ko copy hone se kaise bachaye – ब्लॉग आर्टिकल को कॉपी होने से कैसे बचाए

हम में से ऐसे बहुत सारे ब्लॉगर भाई होंगे जिन्होंने कड़ी मेहनत से अपने ब्लॉग आर्टिकल लिखते है और पब्लिश करके छोड़ देते है, लेकिन अपने आर्टिकल को प्रोटेक्ट नहीं करते या फिर प्रोटेक्ट कैसे करते है ये नहीं जानते.

इस लिए इतना मेहनत करने के बाद में भी उनका आर्टिकल गूगल में इंडेक्स नहीं होते और उनका मेहनत बेकार हो जाता है. वह किस लिए होता है में आज आपको बताने वाला हूं .

मान लीजिए अगर आप बहुत मेहनत करके एक क्वालिटी आर्टिकल लिखा है, ऐसे बहुत सारे लोग होंगे जो आपके ब्लॉग को फॉलो करते है, अपने जब आर्टिकल पब्लिश किया इसके तुरंत बाद ही आपको फॉलो करने वाले लोग को आपके ब्लॉग से आपका आर्टिकल मिल जाएगी.

वह लोग किया करेगा आपका पोस्ट गोगल इंडेक्स करने से पहले कॉपी करके खुदका ब्लॉग में आर्टिकल पोस्ट कर देगा और अगर गूगल के क्रॉलर इनके पोस्ट को आपके आर्टिकल इंडेक्स करने पहले इंडेक्स कर लिया तो . इससे किया होगा गूगल समझेगा अपने कई से कंटेंट कॉपी किया है और गूगल के नजर में आपका नेगेटिव इमेज बनेगा.

Google आपका पोस्ट इंडेक्स ही नहीं करेगा और अगर इंडेक्स कर भी लिया तो आप आर्टिकल को कभी भी गूगल में रैंक नहीं करा पाएंगे. blog article ko copy hone se bachane के लिए निचे दिया गया Code को आप अपने ब्लॉग में Add करे.

 

Blog पर traffic बढ़ाने के 7 genuine तरीके

 

Link से Code कॉपी करे

 

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Click on HTML/JavaScript

 

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Paste the Code on Configure HTML/JavaScript

 

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Code paste करने बाद save option पर click करे. अभी आपका ब्लॉग वेबसाइट आर्टिकल कोई कॉपी नहीं कर सकता है.

 

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Conclusion

दोस्तों आपको मेरा ये पोस्ट कैसा लगा उम्मीद हैं आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा और इस पोस्ट से blog article ko copy hone se kaise bachaye ये सवाल का जवाब मिल पाया होगा.

इस पोस्ट के संबंधित आपका कोई सवाल या सुझाव है तो Comment में जरूर पूछे, और इस आर्टिकल को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे ताकि उनको भी हेल्प मिल पाए. धन्यवाद.

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Referral code ka Matlab Kya hota hai | Referral code meaning in Hindi | A2Z जानकारी https://dealsclick.in/referral-code-ka-matlab-kya-hota-hai/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=referral-code-ka-matlab-kya-hota-hai https://dealsclick.in/referral-code-ka-matlab-kya-hota-hai/#respond Fri, 06 Aug 2021 18:18:41 +0000 https://dealsclick.in/?p=385 Read more]]> हेल्लो दोस्तों मेरे ब्लॉग में आपका स्वागत है. आजके दौर ऐप का चल रहा है ये तो आप जानतें ही होंगे , आप ने ये जरूर नोटिस किए होंगे जब भी आप किसी एप को अपने मोबाइल में इंस्टॉल करते होंगे ,चाहे वह ऐप सोशल मीडिया चैटिंग के हो या फिर किसी शॉपिंग ऐप हो या कोई दूसरे ऐप.

इन सब ऐप में आपको रेफरल का ऑप्शन मिल जाते है. तो आपके मन में ये सवाल जरूर आया होगा ये Referral code kya hota hai, Referral code ka Matlab Kya hota hai? तो आज हम जानेंगे ये रेफरल कोड क्या होता है, रेफरल कोड का मतलब क्या होता है, रेफरल कोड के फ़ायदे क्या है, Referral Code Kaise Banaye सम्पूर्ण जानकारी के लिए अंत तक इस आर्टिकल को पढ़े.

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हम में से बहुत सारे ऐसे है जिनको इनके दोस्त द्वारा कभी ना कभी WhatsApp या फेसबुक पर मैसेज मिले होंगे और इस मैसेज में लिंक दे कर बोला गेया होगा मेरे दिए गेये लिंक से उस ऐप को डाउनलोड करके रेफरल कोड के स्थान पर मेरा रेफरल कोड को लिख कर इंस्टॉल करो.

और यूट्यूब में भी अपने जरूर ऐसे बहुत सारे Videos देखे होंगे जिसमें Youtuber द्वारा बोला जाता है कि रेफरल लिंक या कोड से घर बैठे ऐसे कमाओ. ये Referral code kya hota hai चलिए समझते है.

 

Referral code kya hota hai – Referral code meaning in hindi

जब हम किसी व्यक्ति द्वारा भेजे गए किसी लिंक में क्लिक करके किसी एक ऐप को डाउनलोड करते है और खुद का एक अकाउंट उस ऐप में बनाते है, उस लिंक को रेफरल लिंक कहते है.

और जब उस लिंक क्लिक करके ऐप को डाउनलोड करने पर हमसे ऐप द्वारा एक रेफरल कोड मांगा जाता है उस कोड को रेफरल कोड कहते है. आशा करता हूं Referral code ka Matlab Kya hota hai आप समझ पाए होंगे. चलिए अभी Referral code क्यों इस्तेमाल करते हैं ये समझते है.

Influencer Marketing kya hai | इन्फ्लुएंसर मीनिंग इन हिंदी

 

Referral code क्यों इस्तेमाल करते हैं

Referral code एक तरह के Tracing कोड होता है, जिससे उस रेफरल कोड Owner को ये पता चल जाता है कि कितने लोग ऐप को डाउनलोड और इंस्टॉल करके अकाउंट बनाया है. रेफरल कोड के इस्तेमाल किसी ब्रांड या बिजनेस को ज्यादा लोगो तक पाउंचा कर ब्रांड और बिजनेस को ग्रो करने के लिए किए जाते है. किसी किसी ऐप को रेफर करके पैसे earn भी किये जा सकता है.

Data Science kya hai | Data Science in Hindi

 

रेफरल कोड के फ़ायदे

1) आपको ये मालूम ही है, आजकल ऐप की कितनी डिमांड है. एक अच्छे ऐप को Millions, Billons टाइम डाउनलोड किए जाते है तो आप समझ ही चुके होंगे आपके ब्रांड/बिजनेस के लिए ऐप कितनी महत्वपूर्ण हो सकती है.

आपका कोई ब्रांड या बिजनेस है, जिसको आप ग्रो करना चाहते हैं. आप उस ब्रांड या बिजनेस को प्रोमोट करने के लिए उस ब्रांड के नाम से ऐप बनाकर उसमें रेफरल का ऑप्शन के द्वारा कम खर्च में अपने ब्रांड या बिजनेस का प्रचार कर सकते है.

 

2) यदि आप अपने रेफरल कोड के साथ Refer & Earn वाला ऑप्शन देते है तो आपको और ज्यादे फ़ायदे मिल सकता है क्यू की जब भी कोई आपके ऐप को रेफर करेगा और रिटर्न में उसको रेफर का रिवॉर्ड भी मिलेगा तो कोई भी व्यक्ति आपका ऐप प्रचार करने में ज्यादा रुचि लेने लगेगा. इस तरह Refer & Earn के द्वारा आप अपने ब्रांड/बिजनेस का ज्यादा प्रचार कम खर्च में कर सकते है.

 

3) Refer & Earn प्रोग्राम के माध्यम से आपको एक फ़ायदा मिल जाती है, Indirect प्रोमोशन संभव हो जाता है ,आपके ग्रहोको द्वारा आपके प्रोडक्ट/सर्विसेस का प्रचार हो जाता है.

 

4) आजके समय में हर दिन बाज़ार में ऐसे बहुत सारे ऐप लॉन्च होती रहती है. यदि आपका खुदका कोई ऐप नहीं है फिर भी आप दूसरों के ऐप को अपने दोस्तो और रिश्तेदारों के साथ फेसबुक, WhatsApp, Instagram जैसे सोशल मीडिया के मदत से शेयर करके रेफरल के माध्यम से घर बैठे अच्छे पैसे कमा सकते है.

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Referral Code Kaise Banaye – Referral code कैसे प्राप्त कर सकते हैं

अपना रेफरल कोड कैसे बनाएं? रेफरल कोड किसी भी ऐप के बनना बहुत ही आसान है, अगर वह ऐप रेफरल प्रोग्राम के तहत में है तो आप इजिली उस ऐप का रेफरल कोड प्राप्त कर सकते है. रेफेरल कोड कैसे बनाएं जानने के लिए नीचे दिए गए स्टप्स को फॉलो करें.

 

स्टपे 1

आप जिस भी ऐप की रेफरल कोड प्राप्त करना चाहते है, उस ऐप को पहले अपने मोबाइल में डाउनलोड और इंस्टॉल करें.

 

स्टेप 2

सेकंड स्टेप में आप उस इंस्टॉल किए गए एप में अपना नाम, ईमेल आईडी या मोबाइल नंबर और अपना डिटेल्स डाल कर रजिस्टर करे और आपका अकाउंट बनाए.

 

स्टेप 3

जैसे ही आप उस ऐप में रजिस्टर करके अकाउंट बनाएंगे और इसके बाद ऐप को ओपन करेंगे तो आपको ऑप्शन अलग से दिख जाएगा जहां से आप रेफरल कोड प्राप्त कर सकते है.

 

स्टेप 4

यदि आप एक ब्लॉगर, यूटूबर या इन्फ्लुएंसर इत्यादि हैं और आपका सब्सक्राइबर,viewers Audience Base है तो आपको कंपनी द्वारा अलग से रेफरल कोड Provide करवाया जा सकता है. और आप उस रेफरल कोड को अपने Audience के साथ शेयर करके अच्छे पैसे कमा सकते है.

 

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Conclusion

दोस्तों इस आर्टिकल की मद्धम से Referral code kya hota hai, Referral Code Kaise Banaye और Referral code संबंधित कुछ सवाल के जवाब देने की कोशिस किया है. उम्मीद है ये आर्टिकल को पढ़ने के बाद Referral code ka Matlab Kya hota hai आप समझ पाए होंगे और आपको कुछ ना कुछ मदद मिल पायी होगी.

इस आर्टिकल के संबंधित कोई सवाल या सुझाब है तो Comment में जरूर पूछे और ये पोस्ट आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे, धन्यबाद.

 

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Air Hostess kya hai | एयर होस्टेस बनने के लिए क्या करना पड़ता है? https://dealsclick.in/air-hostess-kya-hai/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=air-hostess-kya-hai https://dealsclick.in/air-hostess-kya-hai/#respond Tue, 03 Aug 2021 17:11:02 +0000 https://dealsclick.in/?p=356 Read more]]> अगर आपका सपना है देश विदेश घूमना और साथी साथ नौकरी भी करना, तो एयर होस्टेस की नौकरी आपके लिए है. आज हम जानेंगे Air hostess kya hai, air hostess banne ke liye kya karna padta hai, एयर होस्टेस Salary, Air hostess course सम्पूर्ण एयर होस्टेस इन हिंदी विस्तार से जानने के लिए अंत तक पढ़े.

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Air Hostess kya hai

Air Hostess kya hai (What is Air Hostess in hindi)

Air hostess उन्हें कहते हैं, जो हवाई जहाजों में सफर करने वाले यात्रियों तक हवाई जहाज में उपलब्द सभी प्रकार के सेवाएं (Services) जरूरतों के हिसाब से यात्रियों तक सफलता पूर्वक पहुंचाते  है उनको एयर होस्टेस कहते है.

 

एयर होस्टेस कैसे बने – Air Hostess banne ke liye kya karna padta hai?

Air hostess banne ke liye kya karna padta hai? जो भी स्टूडेंट 12बीं कंप्लीट करने के बाद जल्दी नौकरी करना चाहते है, उनके लिए एयर होस्टेस कैरियर बहुत ही बढ़िया होता है. इसमें सिर्फ लड़कियां ही नहीं लड़के भी एयर होस्टेस में अपना कैरियर बना सकते है.

लड़के और लड़कियों की काम Same होता है, फर्क सिर्फ नाम का होता है. लड़कियों को एयर होस्टेस कहा जाता है और लड़के को स्टेब्वार्ड (Steward) कहते है.

इसके अलावा एयर होस्टेस को और भी नामो से बुलाया जाता है जैसे केबिन क्रू, फ्लाइट अटेंडेंट, आप कंफ्यूज मत होना. अभी आप सोचेंगे एयर होस्टेस के लिए योग्यता क्या है? चलिए जानते है.

Hotel Management Kya hai (What is Hotel Management in hindi)

 

एयर होस्टेस के लिए योग्यता

Educational qualification

12th pass in any Stream from recognized board

एयर होस्टेस बनने के लिए 12बीं पास होने होंगे किसी भी स्ट्रीम से आर्ट्स,कॉमर्स, साइंस किसी भी स्ट्रीम से Recognized बोर्ड से अगर अपने 12बीं पास किया है तो आप एयर होस्टेस कोर्स के लिए Eligible है.

Marks

एयर होस्टेस कोर्स करने के लिए अलग अलग इंस्टीट्यूट का Eligibility क्राइटेरिया अलग होता है, लेकिन में आपको एक स्टैंडर्ड Eligibility बता रहा हूं, एयर होस्टेस कोर्स करने के लिए 12बीं में 45 -50 मार्क्स होना आवश्यक है.

Age

एयर होस्टेस बनने के लिए हमे एयर होस्टेस कोर्स करने होते है. एयर होस्टेस कोर्स करने लिए एक एज होता है और एयर होस्टेस नौकरी करने के लिए अलग एज होता है.

में अभी बात कर रहा हूं एयर होस्टेस कोर्स के लिए एज 18 से 25 होता है. बहुत सारे ऐसे इंस्टीट्यूट है जिसमें Upper Age Limit 26 तक होते है.

 

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Air Hostess banne ke liye kya kya jaruri hai

Educational qualification के अलावा आपको एयर होस्टेस बनने के लिए क्या योग्यता होने होंगे

 

Presence of mind and Quick Thinking

एक अच्छी एयर होस्टेस बनने के लिए आपको जल्दी से जल्दी कोई भी Decision लेना आना चाइए क्यू की इमरजेंसी के टाइम में आपको जल्दी सही डिसीजन लेने होंगे.

 

Good Communication skills

एक एयर होस्टेस के Career में देश विदेश के बहुत सारे यात्री मिलेंगे जिनके साथ अच्छे से Communicate करना होता है, यात्रियों के जरूरतों को समझने के लिए उनके साथ Good Communication रहना बहुत ही आवश्यक होता है.

 

Fluency in Foreign languages

जैसे मैंने पहले बोला है इस फील्ड में आपको देश विदेश घूमना पड़ता है, इसलिए आपको Foreign भाषा भी आने चाइए, क्यू की आप यात्रियों से तब ही अच्छे तरह से कम्युनिकेट कर सकते है जब आप उनके भाषा समझेंगे और यात्रियों को अच्छे तरह से कोई बात समझा पाएंगे. भाषा में आपको हिंदी, इंग्लिश और कुछ Foreign languages अच्छी तरह आने चाइये.

Long Hours working habit

आपको ज्यादा से ज्यादा समय तक काम करने की आदत होने होंगे क्यू की जब भी मौसम खराब होता है या फिर किसी तकनीकी खराबी के कारण से भी जहाज को उड़ान भरने में देरी होता है. तब एयर होस्टेस को Extra 3 से 4 घंटे काम करने पड़ सकती है. इसलिए एक एयर होस्टेस को ज्यादा समय तक काम करने की आदत होने चाइए.

 

Physically & Medically fit

इस फील्ड में आपको फिजिकली और मेडिकली फिट रहने की आवश्यकता रहती है.

 

Pleasant personality

आपका पर्सनैलिटी के साथ साथ यात्रियों के साथ आपका Behavior अच्छी और frank behavior होने चाइए.

 

Politeness and helping nature

आपका नेचर पोलाइट होने चाइए और हेल्पिंग नेचर भी एक एयर होस्टेस की होने चाइए.

 

Air hostess course

जैसे कि सभी कोर्स में 3 टाइप्स के कोर्स होते है, वासई एयर होस्टेस में भी 3 टाइप्स के कोर्स ऑफर किया जाता है. आप अपने हिसाब से कोर्स को कर सकते हैं.

आपको डिसाइड करना है, आप कौनसे कोर्स कर सकते हैं. 12बीं के बाद आप जितना समय तक पढ़ सकते है इसको ध्यान में रख कर आप कोर्स को सेलेक्ट कर सकते है.

अगर आप 12बीं के बाद पढ़ाई में ज्यादा समय नहीं दे सकते है और सिर्फ 1 साल दे सकते है तो आप 1 साल का सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स कर सकते है.

और अगर 12बीं के बाद आप 1 साल से ऊपर पढ़ाई कंटिन्यू रख सकते है तो आप डिग्री कोर्स के तरफ भी जा सकते है.

1. Certificate Course
2. Diploma course
3. Degree course

1. Air hostess Certificate Courses

Air hostess Certificate Course एक साल का होता है और Certificate Course करने के लिए किसी भी स्ट्रीम से 12बीं पास होना आबासक है. नीचे कुछ Certificate Courses है, इनमें से कोई भी कोर्स कर सकते हैं.

  • Aviation and Hospitality Services
  • Private Pilot Training
  • Commercial Pilot Training
  • Aviation Hospitality & Travel Management
  • International Airlines and Travel Management
  • Air Ticketing & Tourism
  • Airport Ground Management
  • Air RT/ Radio Flight Officer
  • International Air Cargo
  • Certificate Course in Personality Development
  • Certificate in Aviation Security and Safety

 

2. Air hostess Diploma courses

निचे कुछ Diploma courses है इन Diploma course भी 1 साल के है, और इन Courses को करने के लिए कोई भी स्ट्रीम से 12बीं पास होना आवश्यक है.

  • डिप्लोमा इन एयरलाइन्स मैनेजमेंट (Diploma in Airlines Management)
  • डिप्लोमा इन एयरलाइन्स एंड ट्रेवल मैनेजमेंट (Diploma in Airlines and Travel Management)
  • डिप्लोमा इन प्रोफेशनल केबिन क्रू सर्विसेस (Diploma in Professional Cabin Crew Services)
  • डिप्लोमा इन हॉस्पिटैलिटी , ट्रेवल एंड कस्टमर सर्विसेस (Diploma in Hospitality, Travel and Customer Services)
  • एविएशन एंड हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट (Aviation and Hospitality Management)
  • डिप्लोमा इन एयरपोर्ट मैनेजमेंट एंड कस्टमर केयर (Diploma in Airport Management & Customer Care)
  • डिप्लोमा इन एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ ट्रेनिंग विथ ऑन-जॉब ट्रेनिंग (Diploma in Airport Ground Staff Training with On-job Training)

 

3. Air hostess Degree courses

Degree course की Duration 3 साल के हैं, कुछ डिग्री कोर्स ज्यादा साल के भी होते है, लेकिन नीचे दिए गए डिग्री कोर्स 3 साल के है और इन Degree courses को करने के लिए कोई भी स्ट्रीम से 12बीं पास होने होंगे तभी आप इन डिग्री कोर्स को कर सकते है.

  • BBA (Aviation)
  • MBA (Aviation)
  • पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन एविएशन एंड हॉस्पिटैलिटी सर्विसेस (Post Graduate Diploma in Aviation and Hospitality Services)
  • पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन एयरपोर्ट ग्राउंड सर्विसेस (Post Graduate Diploma in Airport Ground Services)
  • पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन एविएशन, हॉस्पिटैलिटी, ट्रेवल एंड कस्टमर सर्विसेस (Post Graduate Diploma in Aviation, Hospitality, Travel & Customer Service)

 

 

एयर होस्टेस सैलरी

एयर होस्टेस जॉब के बारे में जानने की बाद सबके मन में Salary के बारे में जानने की उत्सुकता जरूर होती है. एयर होस्टेस को कितनी सैलरी मिलती है?

एयर होस्टेस में जो लोग काम इंटरनेशनल एयर लाइन्स में करते है उनके सैलरी डोमेस्टिक एयरलाइंस से ज्यादा होती है. फिर भी एक डोमेस्टिक एयर होस्टेस को स्टार्टिंग में हर महीने 25 से 40 हजार तक मिल सकती है.

और जब आप एयर होस्टेस में प्रमोशन मिलती है और सीनियर एयर होस्टेस बनते हो तो 50 से लाख रुपए भी हर महीने कमा सकते है.

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Air hostess course fee

दोस्तों आपके मन में ये सवाल जरूर आ रहा होगा, एयर होस्टेस फीस कितनी होती है? एयर होस्टेस कोर्स करने के लिए सालाना 50 से 1.5 lakh रूपए तक लग सकता है.

में आपको बता दू एयर होस्टेस कोर्स फीस अलग अलग इंस्टीट्यूट के अलग अलग होते है. एक्यूरेट फीस स्ट्रक्चर की जानकारी के लिए एयर होस्टेस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट से प्राप्त कर सकते है.

 

FAQ

1. एयर होस्टेस की पढ़ाई कैसे होती है?

एयर होस्टेस की पढ़ाई करने के लिए आपको 12बीं पास होना जरुरी है, 12बीं पास करने के बाद आप किसी भी सीक्रिति प्राप्त इंस्टिट्यूट से एयर होस्टेस कोर्स कर सकते है.

 

2. एयर होस्टेस की जॉब कितने साल की होती है?

एयर होस्टेस की जॉब कितने साल तक कर सकते है, ऐसा लोगो द्वारा माना जाता है कि एयर होस्टेस का करियर सिर्फ 8 से 10 सालो के लिए होता है, लेकिन ऐसा नहीं है की 8 से 10 साल तक एयर होस्टेस जॉब करने के बाद जॉब चली जाएगी.

बाद में प्रमोशन होता है और प्रमोट हो कर आपको सीनियर एयर होस्टेस बना दिया जाता है. जब नेक्स्ट टाइम प्रमोशन होता है तब सीनियर एयर होस्टेस से सीनियर फ्लाइट अटेंडर बना दिया जाता है. इसके अलावा आपको मैनेजर जैसे पोस्ट में भी नौकरी मिल सकती है.

 

3. एयर होस्टेस बनने के लिए कौन सा सब्जेक्ट लेना चाहिए?

एयर होस्टेस बनने के लिए 12बीं पास होना जरुरी है, 12बीं पास करने के बाद आपके ऊपर depend करता है की आप कितने साल का और कौनसी सब्जेक्ट में एयर होस्टेस कोर्स कर सकते है. ज्यादा जानकारी के लिए इस पोस्ट को सुरु से अंत तक पढ़ सकते है.

 

4. एयरपोर्ट में जॉब कैसे पाये?

एयरपोर्ट में जॉब कैसे पाये? एयरपोर्ट में जॉब पाने के लिए आप अपने योग्यता के अनुसार Online या फिर off-line आवेदन कर सकते है. इसके लिए आप जिस भी एयरपोर्ट में काम करना चाहते हो, उस एयरपोर्ट में संपर्क करके Vacancy स्टेटस जान सकते है या फिर ऑनलाइन एयरपोर्ट वेबसाइट में Vacancy देख कर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते है.

 

5. एयर होस्टेस बनने के लिए हाइट कितनी होनी चाहिए?

एयर होस्टेस बनने के लिए हाइट कितनी होनी चाहिए? एयर होस्टेस की हाइट फीमेल के लिए 150 cm और मेल के लिए 170 cm कम से कम होने चाइये, इससे ज्यादा हाइट है तो भी आप एलिजिबल है. आपको बता दू ये हाइट एलिजिबिलिटी हर इंस्टिट्यूट के अलग अलग हो सकते है.

 

6. एयर होस्टेस का कोर्स कितने साल का होता है?

एयर होस्टेस कोर्स 6 महीने से लेकर 3 साल और उससे भी ज्यादा समय तक की होती है. एयर होस्टेस में कई तरह की कोर्स होते है जैसे Certificate Course in Air Hostess, Diploma in Air Hostess और Degree in Air Hostess. हर Course की अलग अलग Duration होती है.

 

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Conclusion

दोस्तों आपको मेरा ये पोस्ट कैसे लगा, उम्मीद हैं आपको पसंद आया होगा। में इस पोस्ट के मद्धम से air hostess kya hai और air hostess banne ke liye kya karna padta hai, air hostess salary, एयर होस्टेस के लिए योग्यता, Air hostess course, के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने की कोशिश किया है.

आशा करता हु आपको पूरी जानकारी मिल पायी होगी, एयर होस्टेस क्या है इस पोस्ट संबंधित कोई भी सवाल या सुझाव हैं तो Comment में जरूर पूछे और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे. इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यबाद.

 

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Hotel Management Kya hai और kaise kare पूरी जानकारी https://dealsclick.in/hotel-management-kya-hai/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=hotel-management-kya-hai https://dealsclick.in/hotel-management-kya-hai/#respond Mon, 19 Jul 2021 20:55:22 +0000 https://dealsclick.in/?p=333 Read more]]> आजके समय में घूमना फिरना किसे पसंद नहीं है, अक्सर हम सब जब घर से दूर घूमने किसी खूबसूरत जगह में जाते है तो हमे स्टे करने के लिए होटल की जरूरत पड़ती है।

और हर होटल अपने कैपेसिटी के हिसाब से सर्विसेस ऑफर करता है । अगर होटल में रहेते हुए होटल इन्वायरनमेंट आपको पसंद आजाता है और आप भी ऐसे एक होटल का हिस्सा बनना चाहते है तो इस पोस्ट को अंत तक पढ़े।

आज हम जानेंगे Hotel Management Kya hai और कैसे करे, Hotel Management course kya hai , होटल मैनेजमेंट Tutorial बिस्तार से जानने के लिए अंत तक पढ़े। आशा करता हूँ इस पोस्ट को अंत तक पड़ने के बाद आपके मन में होटल मैनेजमेंट को लेके कोई भी डाउट नहीं रहेगा।

 

hotel-management-kya-hai

 

Hotel Management kya hai – What is Hotel Management in hindi

होटल मैनेजमेंट का मतलब होता है, होटल को पूरी तरह से मैनेज करना, होटल में होने वाली हर एक्टिविटी को सही तरीके से, सही समय पर, सिस्टमटिक तरीके से मैनेज करने का तरीका शीखना ।इस काम में इवेंट मैनेजमेंट, हॉस्पिटैलिटी, कस्टमर सपोर्ट जैसे और बहुत तरह की एक्टिविटी समिल होता है ।

किसी भी देश की जीडीपी में होटल का बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रहेता है । इसलिए इस फील्ड में ग्रो होने का चांस बहुत ही बड़ जाता है ।

टूरिस्ट देश का हो या फिर विदेश का होटल के फायदा हर कोई लेना चाहते है । इस लिए इस फील्ड में एक्सपर्ट स्टाफ का हर समय डिमांड रहेता है, ताकि अपने सर्विसेस से कस्टमर्स को सेटिस्फाई कर सके । अभी आपके मन में ये बिचार जरूर आया होगा होटल मैनेजमेंट कैसे करते हैं

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होटल मैनेजमेंट कैसे करे

होटल मैनेजमेंट करने के लिए आपको होटल मैनेजमेंट का कोर्स करना होगा ।आपको अपने होटल मैनेजमेंट कोर्स और ज्ञान के हिसाब से होटल मैनेजमेंट में जॉब भी मिल जाएंगे ।

एक अच्छी बात ये है कि आजकल होटल मैनेजमेंट बहुत ही डिमांडिंग में है, होटल मैनेजमेंट अजके समय में बहुत ही पॉपुलर जॉब डिमांडिंग क्षेत्र बन चुका है । आए दिन होटल में वैकेंसी निकलती रहती है । होटल मैनेजमेंट कोर्स करने के बाद आपको आसानी ने जॉब भी मिल जाएंगे । चलिए जानते है होटल मैनेजमेंट कोर्स क्या है?

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Hotel Management course kya hai – What is Hotel Management Course in hindi

हर किसी की एक सपना रहता है कि उसको पढ़ लिख कर एक अच्छी प्रोफेशनल जॉब मिल पाए और लाइफ में सेट हो पाए, हर स्टूडेंट इसी उद्देश्य से पढ़ाई करता है कि पढ़ाई ख़तम करने के बाद उसको एक अच्छी नौकरी और एक अच्छी सैलरी मिल जाय । होटल मैनेजमेंट एक ऐसा फील्ड है जिसमे आप अच्छी नौकरी के साथ अच्छी सैलरी भी प्राप्त कर सकते है।  तो अभी हम डिटेल में जानेंगे होटल मैनेजमेंट कोर्स क्या है ,चलिए सुरु करते है ।

 

होटल मैनेजमेंट में कौन कौन से कोर्स होते हैं

1) डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट (Diploma in Hotel Management)

2) अंडर ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट (Under graduation in Hotel Management)

3) पोस्ट ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट (Post Graduation in Hotel Management)

 

1) डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट (Diploma in Hotel Management)

डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट कोर्स कितने साल का है

दोस्तों डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट कोर्स 1.5-3 साल का होता है, डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट कोर्स 10वीं या 12वीं के बाद कर सकते है और इसमें 50% मार्क्स की भी आवश्यकता पड़ सकता है।

 

डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट प्रवेश परीक्षा

डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट को कोई भी इंस्टीट्यूट या कॉलेज से करने के लिए आप इन एंट्रेंस एग्जाम के लिए तैयारी कर सकते है

  • AIMA
  • UGAT
  • AIHMCT
  • BVT
  • CET
  • HMCT

इनमें से किसी एक एग्जाम को क्वालीफाई करना होगा तभी आपको होटल मैनेजमेंट कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है।

 

डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट सब्जेक्ट्स

आप डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट कोर्स करना चाहते है तो आपको कौन कौन सी सब्जेक्ट्स मिलेंगे ।

1) Diploma in Front Office

2) diploma in Bakery

3) Diploma in House keeping

4) Diploma in Food

इन सब सब्जेक्ट्स आपको डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट कोर्स में सिखने को मिलेंगे ।

दोस्तों अगर आप डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट कोर्स कर रहे हो तो कोर्स के साथ आप जॉब भी कर सकते है और जॉब करते करते डिप्लोमा कम्पलीट करने के बाद Under Graduation in Hotel Management भी कर सकते है।

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2) अंडर ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट (Under Graduation in Hotel Management)

अंडर ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट कोर्स कितने साल का होता है

Under Graduation in Hotel Management 3 साल का होता है, ये कोर्स 12वीं के बाद कर सकते है और 12वीं में 50 % के उपर मार्क्स होना आवश्यक हो सकता है । और डिप्लोमा कोर्स करने के बाद भी आप Under Graduation in Hotel Management सकते है।

 

अंडर ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट प्रवेश परीक्षा

Under Graduation in Hotel Management करने के लिए, आपको इन में से कोई एक एंट्रेंस एग्जाम में अर्हता प्राप्त करना होगा जैसे

  • AIMA
  • UGAT
  • PVT
  • CET
  • AIHMCT WAT
  • DTE HMCT
  • BVP

इन सब एंट्रेंस एग्जाम के तैयारी करनी होगी तभी आपको अंडर ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट कॉलेज में दाखिला मिल सकता है ।

 

अंडर ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट सब्जेक्ट्स

अंडर ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट में आपको किन किन सब्जेक्ट्स मिलेंगे

1) Bachelor in hospitalization and Management

2) Bachelor in Hotel Management in Foods Verbiage Section

 

अगर आपको पढ़ाई के साथ जॉब करना है तो आप पढ़ाई के साथ साथ जॉब भी कर सकते है इससे उस सैलरी में भी इंक्रीमेंट होगी और साथ में आपका एक्सपीरिएंस भी बढ़ेगा  ।

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3) पोस्ट ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट (Post Graduation in Hotel Management)

अगर आप होटल मैनेजमेंट सेक्टर में अपना कैरियर बनना चाहते हो तो आपको होटल मैनेजमेंट में Post Graduation in Hotel Management करना अति आवश्यक है ।

 

पोस्ट ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट कोर्स कितने साल का होता है

ये पोस्ट ग्रेजएट डिग्री 2 साल का होता है, Post Graduation in Hotel Management, होटल मैनेजमेंट का सबसे बड़ा डिग्री है ।

Under Graduation in Hotel Management डिग्री करने के बाद आप Post Graduation in Hotel Management कर सकते हैं ।

 

पोस्ट ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट प्रवेश परीक्षा

Post Graduation in Hotel Management करने के लिए आप इन प्रवेश परीक्षा के लिए तैयारी कर सकते है

  • UPSC MAT
  • XAT
  • NMAT
  • GMAT
  • MAT

इन एग्जाम में से किसी भी एक एग्जाम को क्वालीफाई करके Post Graduation in Hotel Management कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएशन कर सकते है ।

 

पोस्ट ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट सब्जेक्ट्स

1) MASTER of Hotel Management

2) MBA in Hospitality Management

3) MBA in Hotel Management

 

इन विषयों को आपको Post Graduation in Hotel Management में मिलेंगे । आशा करता है Hotel Management course kya hai in hindi आप समझ चुके होंगे। चलिए अभी जानते है होटल मैनेजमेंट में सैलरी कितनी मिलती है।

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होटल मैनेजमेंट सैलरी

होटल मैनेजमेंट कोर्स करने के बाद आपको सैलरी कितनी मिलेगी ये निर्भर करता है आपके योग्यता और अनुभव के ऊपर, लेकिन एक आनुमानित सैलरी की बात करे तो स्टार्टिंग सैलरी निचे दिया गया है।

 

डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट सैलरी

अगर आप डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट कोर्स कम्पलीट कर चुके हो और जॉब करना चाहते हो तो स्टार्टिंग में आपको 10 से 12 हजार तक सैलरी मिल सकता है ।

 

अंडर ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट सैलरी

अंडर ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट कंप्लीट करने के बाद आप अगर नौकरी करना चाहोगे तो स्टार्टिंग में आपको 20-25 हजार सैलरी मिल सकता है।

 

पोस्ट ग्रेजुएशन इन होटल मैनेजमेंट सैलरी

अगर आप अच्छी तरह से Post Graduation in Hotel Management कम्पलीट करते है तो आप होटल मैनेजमेंट फील्ड में 60-70 हजार हर महीने में कमा सकते है ।

 

 

होटल मैनेजमेंट कोर्स फीस – होटल मैनेजमेंट करने में कितना पैसा लगता है

होटल मैनेजमेंट क्या है ये आप समझ चुके होंगे, अभी आपके मन में ये सवाल जरूर आरहा होगा होटल मैनेजमेंट कोर्स की फीस कितनी होती है या होटल मैनेजमेंट कोर्स करने के लिए हमे कितनी फीस कॉलेज को पे करनी पड़ सकती है । दोस्तों हम आपको एक आनुमानित फी का आईडिया दे रहे है,  होटल मैनेजमेंट कोर्स फी की  Accurate  जानकारी के लिए निकटतम होटल मैनेजमेंट कॉलेज या इंस्टिट्यूट में जरूर संपर्क करें।

अगर आप होटल मैनेजमेंट कोर्स किसी प्राइवेट कॉलेज या इंस्टिट्यूट से करते है तो लग-भग सालाना 50000 से 1 लाख तक रूपए लग सकता है। और अगर सरकारी कॉलेज या इंस्टिट्यूट से होटल मैनेजमेंट करते है तो लग-भग सालाना 40000 से 60000 तक रूपए लग सकता है।

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होटल मैनेजमेंट जॉब क्षेत्र

होटल मैनेजमेंट में क्या काम होता है? होटल मैनेजमेंट में बहुत सरे जॉब क्षेत्र होते है, होटल मैनेजमेंट में पढ़ाई कम्पलीट करने के बाद योग्यता और अनुभव अनुसार इन पोस्ट में नियुक्त किया जाता है।

  • Director of Hotel Operation
  • Manager
  • Front Office Manager
  • Event Manager
  • Kitchen Manager
  • Sales Manager
  • Restaurant & Food Service Manager
  • Food & Vibration Manager
  • Housekeeping Manager
  • Assistant Manager
  • Wedding Coordinator
  • Floor Supervisor
  • Guest Supervisor
  • Chef
  • Sous

 

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Conclusion

दोस्तों ये आर्टिकल hotel management kya hai (what is Hotel Management in hindi) आपको कैसा लगा ? उम्मीद है होटल मैनेजमेंट सम्बंधित आपके हर सवाल का डाउट क्लियर हो चूका होगा।

hotel management kya hai in Hindi इस आर्टिकल के माध्यम से सरल भाषा में होटल मैनेजमेंट कोर्स, सैलरी और जॉब क्षेत्र बिस्तार से बताने की कोशिश किया है ,आशा करता हूं आप समझ पाए होंगे ।

मेरा ये आर्टिकल आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें और इस आर्टिकल के सम्बंधित कोई भी अगर सवाल या सुझाव है, तो कॉमेंट में जरूर पूछे।

धन्यवाद

 

 

 

 

 

 

 

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Influencer Marketing kya hai – इन्फ्लुएंसर मीनिंग इन हिंदी https://dealsclick.in/influencer-marketing-kya-hai-influencer-meaning/?utm_source=rss&utm_medium=rss&utm_campaign=influencer-marketing-kya-hai-influencer-meaning https://dealsclick.in/influencer-marketing-kya-hai-influencer-meaning/#respond Tue, 13 Jul 2021 11:36:11 +0000 https://dealsclick.in/?p=251 Read more]]>  

दोस्तों डिजिटल मार्केटिंग में Influencer Marketing ये शब्द अपने जरूर सुने होंगे। डिजिटल मार्केटिंग और एफिलिएट मार्केटिंग के बाद Influencer Marketing आज के टाइम में तेजी से बढ़ने वाली क्षेत्र माना जा रहा है। आज हम जानेंगे Influencer Marketing क्या है और इन्फ्लुएंसर का मतलब क्या है ?

 

Influencer-Marketing-kya-hai-influencer-meaning-in-hindi

 

Influencer Marketing kya hai – What is Influencer Marketing in Hindi

Influencer Marketing एक Marketing है जो किसी एक व्यक्ति या Organization द्वारा Indorsement या प्रोडक्ट प्लेसमेंट किया जाता है।

ऐसे लोग या organization होते है जिनके पास एक्सपर्ट नॉलेज या फिर Social इन्फ्लुएंस हैं अपने स्पेसिफिक फील्ड में। Influencer Marketing kya hai ये आपको थोड़ा बहुत आईडिया मिल गया होगा, चलिए अभी और विस्तार से जानते है। 

 

Influencer Marketing Definition in Hindi

सरल भाषा में बोला जाय तो Influencer Marketing एक ऐसा Marketing का तरीका हे, जिसमे Influencer का इस्तेमाल किया जाता है। आप अभी सोचेंगे इन्फ्लुएंसर मीनिंग हिंदी में क्या है ?

 

Influencer Meaning in Hindi – इन्फ्लुएंसर मीनिंग इन हिंदी

Influencer एक व्यक्ति या organization हो सकता है, जो कस्टमर को मोटीवेट करता हैं किसी एक प्रोडक्ट या services buy करने के लिए। आशा करता हु इन्फ्लुएंसर मीनिंग हिंदी में आप समझ पाए होंगे। 

Influencer Marketing को और आसान भाषा में समझने के लिए कुछ Influencer Marketing examples चर्चा करते है। मान लीजिए आप एक कंपनी चला रहे हो और आपको एक सामान ऑनलाइन बेचना है, तो आपके पास दो ही तरीके है।

एक तो आप उस सामान को वेबसाइट के जरिये पैसा खर्च करके गूगल paid ads चला कर अपने सामान का प्रमोशन कर सकते है।

और दूसरा तरीका है, आप एक ऐसे Influencer को ढूंढ सकते है , जिसके पास सोशल मीडिया में अपने audience base viewers है ।

और वह Influencer अपने audience के साथ आपका सामान शेयर करेगा और sales generate करेगा। ये फ्री भी हो सकता है और paid भी हो सकता है, यह आपकी बातचीत पर निर्भर करता है।

 

Fashion Influencer Meaning in Hindi

Fashion Influencer का मतलब होता हैं जो कंटेंट क्रिएटर अपने ऑडियंस के लिए Fashion सम्बंधित कंटेंट, जैसे fissionable सामान, beauty tips , beauty products के बारे में Videos बना कर या फिर , पोस्ट लिख कर Viewers का quarries का समाधान करता/करती है। उनको Fashion Influencer कहा जाता है।

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Influencer के प्रकार – Types of Influencer

Influencer को Mainly 2 types में divide किया जाता है

1) Celebrities Influencer

2 ) Micro-Influencer

 

1) Celebrities Influencer

Celebrities Influencer क्या है ? Celebrities Influencer उन सब popular Celebrities को कहा जाता है, जिनके पास अपने Fan Base Audience रहता है।

 

2) Micro-Influencer

Micro-Influencer क्या होता है ? Micro-Influencer उन लोगो को कहा जाता है, जो पॉपुलर Celebrities ना होके भी अपने प्रतिभा से सोशल मीडिया में अपने Fan Base Audience बनाते है।

ऐसे बहुत सारे Micro-Influencer हैं जिनके YouTube channel, Facebook page, Instagram Id , Twitter जैसे Social Media platform में Millions, Billions Audience होते है। जो Audience इनके हर पोस्ट, वीडियोस, Tweets को Like और Follow करते है।

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Social Media Influencer kya hai – Social Media Influencer Meaning in Hindi

Social Media Influencer वह होते है, जो Social Media जैसे Facebook , Instagram, YouTube, twitter etc. जैसे Social Media Platforms में content publish करते है।

और इनके Publish किया गया Content को लोग देखना , पड़ना पसंद करते है। Social Media में इनके फैन base audience रहते है जो इनके वीडियोस articles को like follow करते है, इनको Social Media Influencer कहा जाता है।

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Social Media Influencer kaise bane ( How to become a Social Media Influencer)

Influencer बो होता है जो किसी को Influence कर पाय, Motivate कर पाय। अगर आप एक अच्छे Influencer बनके लाखो कमाना चाहते हो तो निचे दिए गए Steps को follow कर सकते है

 

1. Choose a Right Platform

आप अगर एक कंटेंट Creator है, या फिर बनना चाहते है तो आपको पहले ये खुद से समझना होगा की आप किस तरह अपने content को प्रेज़न्ट कर पयोगे , लोगो तक आपका knowledge पहुंचा पयोगे।

अगर आपको लिखना पसंद है और आप लिख कर आपका बात express कर पाते हो तो आप ब्लॉग, Instagram, Facebook पोस्ट लिख सकते है।

और अगर आप videos से audience को समझाना पसंद करते हो तो आप YouTube जैसे Social Media platforms को चुन सकते है।

 

2. Choose a Specific Niche

अगर आप एक अच्छा Influencer बनना चाहते हो तो, एक specific topic चुनना बहुत ही जरुरी होता है। उदाहरण के तोर पर, अगर आपका एक Tech YouTube Channel हैं और आप उस YouTube Channel पर software सम्बंधित Videos share करते हो तो, आपके channel में जो भी subscriber हे वह Software सम्बंधित content देखना पसंद करते है

इसलिए वह Viewers आपका YouTube Channel को subscribe किया है। तो आप software सम्बंधित Services का Content share करके अपने subscriber को Influence कर सकते है ना की दूसरा कोई भी Fashion Products को Promote करके।

 

3. Expertise about topics

आप जो Topic चुने ध्यान रक्खे उस टॉपिक के ऊपर आपका अच्छा नॉलेज होना बहुत ही आवश्यक है। क्यों की आप उस टॉपिक के ऊपर Regularly Content बना सकते है जिसके ऊपर आपका Expertise है।

अगर आप कोई ऐसा एक टॉपिक चुनते है जिसमे आपका Expertise नहीं है तो आप दूसरे Sources से जानकारी लेके 10-20 Content बना सकते है उसके बाद आपको Content बनाने में मान नहीं लगेगा।

 

4. Regularity

अगर आप एक अच्छा Influencer बनना चाहते है तो आपका audience रहना बहुत जरूरी होता है और ऑडिएंस 1-2 कंटेंट से नहीं बनेंगे। अच्छा खासा ऑडिएंस बनाने के लिए आपको Regularly कंटेंट Publish करना आवश्यक है ।

ऑडिएंस आपके साथ तब कनेक्ट होंगे जब आप अच्छा और Informative कंटेंट Regularly शेयर करेंगे ।

 

5. Passionate

आप जो भी टॉपिक चुनेंगे उस में आपको पैशनेट होने होंगे । किसी भी काम में सफल होने के लिए उस काम में पैशनेट होना बहुत ही आवश्यक होता है।

 

6. Keep Patience

आप बहुत सारे ऐसे वीडियो देखेंगे जिसमे आपको बोला जाता है कि आप 2 दिन में Millions ऑडिएंस बना सकते है । दोस्तों ये सब झूट है आपको Genuine ऑडिएंस के लिए धीरज रखना पड़ेगा।

आपका ध्यान ऑडिएंस के उपर नहीं, अपना कंटेंट के उपर होना चाहिए। कंटेंट अच्छा और फायदेमंद होगा तो ऑडिएंस अपने आप आपके साथ कनेक्ट होंगे ।

 

7. Network Building

अपने Influencer platform को एक बड़े ब्रांड बनने की कोशिश करना है । क्यों की ब्रांड नेटवर्क बिल्ड होगा और बढ़ेगा तो नेटवर्थ भी बढ़ेगा।

 

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Social Media Influencer’s Benefits – सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर होने पर क्या लाभ है

पहले के समय में जब ऑनलाइन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म नहीं था तब सिर्फ पॉपुलर Celebrities को ही Influencer माना जाता था लेकिन आजके टाइम में ऐसा नहीं है, कोई भी आम आदमी एक अच्छा Influencer बन सकता है ।

अपने प्रतिभा को कंटेंट के रूप में लोगो तक Social Media के माध्यम से पहुंचा सकता है, और एक अच्छा खासा Audience Base बना सकता है।

बहुत सरे ऐसे youtubers हैं जिन्होंने अपने प्रतिभा से Millions Subscriber बनाया है और आज एक Successful इन्फ्लुएंसर है।

 

(1) Wide Reach

आजके डिजिटल युग में Social Media हर कोई इस्तेमाल करता है, कोई इस्तेमाल करता है इनफार्मेशन पाने के लिए और कोई इस्तेमाल करता है Entertainment के लिए तो कोई कुछ सीखने के लिए Social Media Platforms जैसे Facebook, Instagram, Twitter ,YouTube इस्तेमाल करता है।

अगर आप एक अच्छा Content Creator हो और अपने Content के माध्यम से लोगों के Queries का Solutions दे पाते हो तो आप ज्यादा से ज्यादा ऑडिएंस बेस बना सकते है और एक अच्छा Influencer बन सकते है ।

 

(2) Sponsorship

आप अगर एक Famous social media influencer हो जाते हो तो आप Sponsorship के से भी लाखो रूपए कमा सकते है । Sponsorship social media influencer का एक Essential Source of Income है।

 

(3) Own Brand Promotion

एक Famous Social Media Influencer बनने का सबसे बड़ा हैं आप अपने प्रोडक्ट या Services easily फ्री प्रमोट कर सकते है।

अगर आपका YouTube Channel, Facebook Instagram जैसे Social Media Platform में Millions Subscriber, followers हैं तो आप अपने खुद का कंपनी प्रोडक्ट या Services का फ्री में Promotion करके लाखो रूपए कमा सकते हैं।

 

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Conclusion


दोस्तों हमारा आर्टिकल Influencer Marketing kya hai आपको कैसा लगा ? उम्मीद है ये आपको पसंद आया होगा । Influencer Meaning in Hindi आर्टिकल के माध्यम से सरल भाषा में बताने की कोशिश किया है ,आशा करता हूं आप समझ पाए होंगे ।

मेरा ये आर्टिकल आपको पसंद आया है तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें और अगर आपका कोई भी सवाल या सुझाव है तो कॉमेंट में जरूर पूछे।

धन्यवाद

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